लंका के एक लॉज में फांसी लगाकर आजमगढ़ के छात्र ने दी जान
आजमगढ़ का राहुल बीएचयू से एमएससी कंप्यूटर साइंस करने के बाद डाफी स्थित एक लाज में रहकर परीक्षाओं की तैयारियां कर रहा था मगर अज्ञात वजहों से उसने फांसी लगा ली।
वाराणसी । लंका थाना क्षेत्र के डाफी स्थित बजरंग नगर कालोनी में एक लॉज में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे राहुल विश्वकर्मा 24 वर्षीय ने शुक्रवार की देर रात कमरे को अंदर से बंद कर नाइनोल की रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी। शनिवार को राहुल का रूममेट संगरौली निवासी अमित तिवारी दो दिन पूर्व अपने घर गया था। शनिवार की सुबह पांच बजे जब वह वापस आया तो दरवाजा खोलने के लिये आवाज लगाई। जब काफी समय से अंदर से कोई जबाब नहीं मिला तो दोस्त अमित को किसी अनहोनी की आशंका हुई।उसने खिड़की के शीशे से झांककर देखा तो दोस्त रस्सी के सहारे पंखे में लटक रहा था। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
उधर सूचना पर पहुंची पुलिस ने खिड़की के दरवाजे को तोड़कर शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। पुलिस को मृतक के कमरे से एक डायरी मिली। जिस पर धोबी को तीन सौ रूपये देने के लिए पैसों को रखा था। सराय हाजी, रानी की सराय आजमगढ़ के रहने वाले प्रहलाद विश्वकर्मा तीन बेटी और दो बेटों में राहुल दूसरे का राहुल बीएचयू से एमएससी कंप्यूटर साइंस करने के बाद डाफी स्थित एक लाज में रहकर प्रयोगिक परीक्षाओं की तैयारियां कर रहा था। उधर बेटे की मौत की जानकारी मिलते ही पिता परिजन पीएम हाउस पर पहुंचे। मौत के कारण का पता नही चल सका। घर वालों ने बताया कि राहुल ने शुक्रवार की दोपहर में घर फोन किया था। बहन से बात की और मां से बात करवाने के लिए बोल रहा था। छोटा बेटा रोहित इलाहाबाद में रहकर पढ़ाई करता है।