वाराणसी में सुबह-ए-बनारस क्लब ने चलाया अभियान, कहा- 'फेफड़ा देगा धोखा, अगर प्रदूषण न रोका'
पर्यावरण को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। सर्व विदित हो कि कोरोना से ग्रसित मरीजों के अन्दर इस महामारी के शिकार होने के बाद काफी विकार आ चुका है। वह अभी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी काल मे गंभीर रूप से कोरोना के शिकार मरीजों की लंबी तादाद, कोरोना से ग्रसित मरीजों के फेफड़ों के अंदर आए विकार, उनके स्वास्थ्य संबंधित सुरक्षा, नगर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए। काशी वासियों से इस बार आगामी पर्व दीपावली पर पटाखा ना फोड़ने एवं सिर्फ मिट्टी के दीये से दीपोत्सव दीपावली मनाने की मार्मिक अपील के साथ सामाजिक संस्था सुबह-ए- बनारस क्लब, लक्ष्मी हॉस्पिटल एवं हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज, के संयुक्त बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी एवं कालेज की प्रधानाचार्या डा. प्रियंका तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में मैदागिन स्थित हरिश्चंद्र बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रांगण मे जीवन के लिए सांसे है जरुरी-पटाखों से बनाओ दूरी, के नारो के साथ स्कूली छात्राओं के हाथों में पोस्टर बैनर एवं प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के दीये देकर शपथ दिलाया गया कि वह इस बार की दीपावली पटाखा ना फोड़कर मिट्टी के दीए के साथ मनाएगी और उसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करेगी।
इस अवसर पर बोलते हुए संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, डॉ. अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी, एंव डॉ. प्रियंका तिवारी ने कहा कि दूसरी लहर के तहत आए अप्रैल -मई माह के कोरोना काल के महामारी ने कितने लोगों की बली लेने के बाद गंभीर रूप से शिकार हुए लोगों को ऑक्सीजन की कमी और संक्रमित फेफड़ों की बीमारी के कारण मौत रूपी काल के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया था। ईश्वरी कृपा से बचे ऐसे लोग नाना प्रकार के फेफड़ा एवं सांस संबंधित बीमारी से अभी भी त्रस्त हैं। ऐसे में जन जागरूकता के तहत हमें शपथ लेना होगा कि इस बार की दीपावली पर हम ना तो पटाखा फोड़ेंगे, और ना तो किसी को अपील के माध्यम से फोड़ने देंगे। हम सभी भाइयों बहनों एवं परिजनों से पटाखा से दूरी बनाकर मिट्टी के दीये को जलाते हुए दीपावली मनाने की अपील करेंगे। तनऔर मन को स्वस्थ रखने के लिए हमें धुएं और तेज धमाके वाले पटाखों से दूरी बनानी होगी।
कहा कि पर्यावरण को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। सर्व विदित हो कि कोरोना से ग्रसित मरीजों के अन्दर इस महामारी के शिकार होने के बाद काफी विकार आ चुका है। वह अभी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में हमें भी इन परिस्थितियों में गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए, उन पर आए हुए विपत्ति के इस पल में सहभागिता करते हुए दीपावली के इस महान पर्व को पटाखों से न मनाकर दीये की जममग दीपावली के साथ मनाना चाहिए। कष्टदायक पीड़ा यह है कि इस महामारी ने ना जाने कितने परिवारों के चिरागों को बुझा दिया। कोरोना के इस महामारी में जो लोग अकारण काल के मुंह में समा गए आओ हम उनकी याद में सच्ची श्रद्धांजलि के तहत एक दिया जलाएं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, डॉ. अशोक कुमार राय, महासचिव राजनसोनी, प्रधानाचार्या डा. प्रियंका तिवारी, कोषाध्यक्ष नंदकुमार टोपी वाले, उपाध्यक्ष अनिल केसरी, हेमा शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्षा हेमा शर्मा, प्रदीप गुप्त सहित कॉलेज की छात्राएं शामिल थीं।