छात्रावास खोलने की मांग को लेकर बीएचयू कुलपति आवास के सामने छात्र का धरना
बीएचयू वीसी लाज के सामने छात्रावास खोलने मी मांग को लेकर शनिवार को बिरला व अन्य हास्टलों के छात्र धरना पर रहे हैं। छात्रों ने इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति के खिलाफ नारा लगाते हुए छात्रावास खोलने की मांग की।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के अंतेवासियों ने छात्रावास खोलने को लेकर कुलपति आवास के सामने ही धरना देना शुरू कर दिया। शनिवार को पचास से ज्यादा छात्र वी सी लाज के सामने नारे लगाते हुए धरना-प्रदर्शन करने लगें। इस बीच एहतियातन राहगीरों को रोक कर सड़क पर बैरिकेंडिंग कर दी गई। कुछ ही देर बाद छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति प्रो. राकेेश भटनागर से बात करने उनके आवास पर पहुंचा। छात्रों की मांग पर उन्होंने कहा कि सभी संकाय प्रमुख से हास्टल, फैकल्टी व लाइब्रेरी खोलने को लेकर एक जांच कमेटी बिठाकर दस दिसंबर तक रिपोर्ट ली जाएगी।
छात्रों शनिवार को पूरे दिन और रात धरनास्थल पर डटे रहे। इस बीच राजा राम मोहन राय छात्रावास में भी जो छात्र बंद थे, उन्होंने भी एक मोर्चा छात्रावास के अंदर से खोल रखा है। इस बीच वी सी लाज के सामने मोना देवी व बिरला समेत कई छात्रावास के छात्र उनके समर्थन में आ गए। इस बीच महिला छात्रावास खोलवाने के लिए कुछ छात्राएं भी धरनास्थल पर मौजूद रहीं। छात्रों का नेतृत्व कर रहे संतोष त्रिपाठी ने बताया कि कमेटी तो पूर्व में ही गठित की जा चुकी है अब कोई नई कमेटी गठित नहीं होगी। यदि मामले को और टरकाया गया तो यह आंदोलन वृहद स्तर पर किया जाएगा। इससे पहले बीएचयू के राजा राम माेहन राय छात्रावास में बंद करीब बीस छात्रों ने हास्टल खुलवाने के लिए शुक्रवार रात से ही धरना शुरू कर दिया था।
रात में उनके समर्थन में बड़ी संख्या में अन्य छात्र भी आ गए हैं।इस बीच अपने नोट्स लेने गए एक छात्र को भी अंदर ही रहना पड़ गया। छात्रों ने कुलपति प्रो. राकेश भटनागर से बात कर हास्टल खोलने मांग की, मगर बात बन नहीं सकी। हालांकि चीफ प्राक्टर प्रो. ओ पी राय और डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो. वी सी कापरी ने छात्रों को समझा बुझाकर छात्रों को उठने की कोशिश की, मगर वे कुलपति से वार्ता करने पर अड़े रहे। मांग न माने जाने पर दूसरे छात्रावासों के अंतेवासियों ने भी उनके समर्थन में वीसी लाज के सामने धरना देने की बात कही थी। चीफ प्राक्टर प्रो. ओ पी राय ने बताया कि छात्रों की समस्या का बहुत जल्द समाधान निकाला जाएगा। वहीं कहा कि गेट पर ताला बंद करने का यह अर्थ नहीं है कि उन्हें कैद किया गया है, बल्कि हास्टल में कोरोना को लेकर कोई भीड़ न जुटे और गाइडलाइन का पालन हो इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया गया है। इस दौरान एहतियातन प्राक्टोरियल बोर्ड के दो गार्ड काे भी अंदर तैनात किया गया।