वाराणसी में पदयात्रा कर बीएचयू के छात्राें ने दिया सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश
वाराणसी जिले में सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर अभियान शुरू कर दिया गया है। एक जुलाई से इस पर प्रतिबंध की बाबत बीएचयू में छात्रों ने प्रदर्शन कर प्लास्टिक मुक्त भारत की संकल्पना को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में बुधवार को स्वयंसेवकों ने दो स्थानों से पदयात्रा निकालकर लोगों को जागरुक किया। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी व समाजसेवी डा. अनिल सिंह ने इसका शुभारंभ किया।
सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान का उत्साह एक दिन पूर्व ही काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों में दिखने लगा। अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के प्रति जागरूक युवा पीढ़ी ने बुधवार को पदयात्रा निकालकर इस अभियान के बारे में लोगों को जागरूक किया।
बीएचयू राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत पदयात्रा का शुभारंभ एनएसएस भवन से क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी कालिका सिंह ने हरी झंडी दिखाकर किया। दूसरी ओर मालवीय भवन से आरंभ प्लास्टिक मुक्त भारत यात्रा का शुभारंभ कार्यक्रम समन्वयक डा. बाला लखेंद्र और पर्यावरणविद् सृजन विकास संस्थान के संस्थापक डा. अनिल कुमार सिंह ने किया। दोनों पदयात्राएं विश्वविद्यालय परिसर में विविध मार्गों से होते हुए विश्वनाथ मंदिर पहुंचीं। वहां पदयात्रियों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से समाप्त करने हेतु जिला प्रशासन को शत-प्रतिशत सहयोग देने का संकल्प लिया और स्वयं तथा परिवार के सदस्यों को सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग से रोकने का भी संकल्प लिया।
भाषण प्रतियोगिता में डीएवी के दिनकर प्रथम : पदयात्रा के शुभारंभ अवसर पर ही ‘प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान में युवाओं की भूमिका’ विषयक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना भवन के सभागार में किया गया। इसमें वक्ता छात्रों ने सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और पारिस्थितिकी तंत्र में उसके द्वारा उत्पन्न होने वाले संकटों की चर्चा की। प्रतियोगिता में डीएवी के दिनकर कुमार सिंह प्रथम, आर्य महिला इंटर कालेज की सक्षम कुमारी द्वितीय तथा गंगा प्रहरी के धर्मेंद्र कुमार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। एनएसएस समन्वयक डा. बाला लखेंद्र ने बताया कि एक सप्ताह तक चलने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान कार्यक्रमों में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक लगातार जुड़कर कार्य करेंगे और वाराणसी जिले को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने में अपना योगदान देंगे।