CBSE की कोर विषयों की परीक्षा में शामिल हुए छात्र, पहले दिन अंग्रेजी का पेपर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में 15 फरवरी से ही चल रही हैं। वहीं हाईस्कूल में कोर विषयों की परीक्षाएं 26 फरवरी से शुरू हो गई है।
वाराणसी, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में 15 फरवरी से ही चल रही हैं। वहीं हाईस्कूल में कोर विषयों की परीक्षाएं 26 फरवरी से शुरू हो गई है। पहले दिन बुधवार को अंग्रेजी का पेपर हुअा। जबकि 12वीं इंग्लिश का पेपर 27 फरवरी को है। बारहवीं का अंतिम पेपर 30 मार्च को सोशियोलॉजी का है। वहीं हाईस्कूल परीक्षाएं 20 मार्च को समाप्त हो रहीं है। अंतिम दिन इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर एप्लीकेशन विषयों की है।
45000 परीक्षार्थियों के लिए जनपद में 37 केंद्र बनाए गए हैं। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष हाईस्कूल में करीब 5650 व इंटर में 2250 से अधिक परीक्षार्थी बढ़े हैं। इस प्रकार जनपद में कुल 7900 परीक्षार्थी इस वर्ष अधिक हुए हैं। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए इस बार सीबीएसई ने पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया है। रिजल्ट मई के तीसरे सप्ताह तक हाईस्कूल व इंटर की कापियों का मूल्यांकन मार्च के प्रथम सप्ताह से ही शुरू होने की संभावना है। वहीं 10वीं व 12वीं का रिजल्ट मई के तीसरे सप्ताह में जारी होने की संभावना है।
सीबीएसई के 103 परीक्षार्थियों ने छोड़ी अंग्रेजी की परीक्षा
सीबीएसई की 15 फरवरी से शुरू परीक्षा के क्रम में बुधवार को हाईस्कूल की इंग्लिश कम्युनिकेशन व इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर की परीक्षा हुई। अंग्रेजी विषय में 6875 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 6772 परीक्षार्थियों ने अंग्रेजी की परीक्षा दी, जबकि 103 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। अंग्रेजी का पेपर देकर निकले परीक्षार्थियों के चेहरे खिले थे। आजमगढ़ में कुल 13 केंद्रों पर इंग्लिश कम्युनिकेशन व इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर की परीक्षा हुई। इसमें दो परीक्षा केंद्रों पर इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर की परीक्षा हुई। हाईस्कूल में कुल 6875 परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिसमें 507 परीक्षार्थी इंग्लिश लेंग्वेज एंड लिटरेचर के रहे। सीबीएसई बोर्ड के सिटी कोआर्डिनेटर ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक हुई। परीक्षार्थियों के मुताबिक पेपर न केवल आसान था, बल्कि सभी प्रश्न सीधे एवं सपाट तरीके से पूछे गए थे।