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संस्कृत विश्वविद्यालय : छात्रों के विरोध के चलते दूसरे दिन भी नहीं खुल सका कार्यालय

संस्कृत कॉलेजों में अध्यापकों की नियुक्ति पर रोक से क्षुब्ध छात्र दूसरे दिन भी कक्षा बहिष्कार कर प्रदर्शन करते रहे, कुलपति को कार्यालय में घुसने नहीं दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 04:59 PM (IST)
संस्कृत विश्वविद्यालय : छात्रों के विरोध के चलते दूसरे दिन भी नहीं खुल सका कार्यालय
संस्कृत विश्वविद्यालय : छात्रों के विरोध के चलते दूसरे दिन भी नहीं खुल सका कार्यालय

वाराणसी (जेएनएन) । छात्रों के विरोध के चलते संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में दूसरे दिन बुधवार को भी केंद्रीय कार्यालय का  ताला नहीं खुल सका। संस्कृत कॉलेजों में अध्यापकों की नियुक्ति पर रोक लगाई जाने से क्षुब्ध छात्र दूसरे दिन भी कक्षा बहिष्कार कर प्रदर्शन करते रहे। यही नहीं छात्रों ने बुधवार को भी कुलपति को केंद्रीय कार्यालय में घुसने नहीं दिया। छात्रों का कहना है कि जब तक शासन विश्वविद्यालय को नियुक्ति के अनुमोदन का अधिकार पहले की भांति नहीं दे देता है तब तक छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा।

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विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को समझाने बुझाने में जुटा हुआ है मगर छात्र भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। दूसरी ओर छात्रों को कर्मचारियों व अध्यापकों का समर्थन भी मिल रहा है। ऐसे में अध्यापकों के समर्थन से छात्र धरने पर बैठे हुए हैं। धरना प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से डा. साकेत शुक्ला, प्रदीप कुमार पांडेय, अभिषेक द्विवेदी, जगदंबा मिश्र, गणेश गिरि, डा.साकेत शुक्ल, छात्रसंघ निवर्तमान अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्रधर द्विवेदी सहित अन्य लोग शामिल हैं।


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