पॉकेट मनी के रुपये से ग्रामीणों के लिए मास्क बना रही छात्रा, परिवार का मिल रहा पूरा सहयोग
कोरोनवायरस संक्रमण के दौर में ग्रामीणों को आसानी से मास्क मिल सके इसके लिए बीए की छात्रा शिवानी मास्क सिलाई कर लोगों को दे रही है।
वाराणासी, जेएनएन। पूरे भारत वर्ष में कोरोनावायरस संक्रमण महामारी के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से मुश्किल में फंसे गांव के ग्रामीणों तक मास्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है। लॉकडाउन के कारण घरों पर कैद ग्रामीणों के लिए जगतपुर पीजी कालेज की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा व रामपुर गांव की निवासी शिवानी सिंह जरूरतमंदों के लिए बन रही हमदर्द। मास्क बनाकर ग्रामीणों को दे रही है।
पॉकेट मनी से बचाए रुपयों से बना रही मास्क
शिवानी ने बताया कि मेरे पापा किसान है और खेती बाड़ी से ही मेरे पूरे परिवार का भरण पोषण होता है और अपने पॉकेट मनी से बचाए हुए रुपयों से कोरोनावायरस महामारी और गेहूं की कटाई से उड़ने वाले प्रदूषण से बचने के लिए जरूरतमंद ग्रामीणों के लिए मास्क तैयार कर रही हैं। इस क्रम में शिवानी के पिता शिवपूजन सिंह ने बताया कि मेरी बेटी के अंदर बचपन से ही जरूरतमंद, असहाय और बेजुबान जानवरों के प्रति मदद करने की भावना उत्पन्न होती थी। इसके अलावा शिवपूजन ने बताया कि बेटी के अंदर देश, जनमानस और बेजुबान जानवरों के प्रति ऐसी भावना को देखकर हम सभी परिवार के सदस्यों को गर्व होता है और ऐसे कार्य में हम सभी लोग शिवानी का भरपूर सहयोग करते हैं।
आठ साल की बिटिया ने जन्मदिन पर बांटा मास्क
आजमगढ़ के संजरपुर के खिल्लूपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा. अरविंद कुमार यादव की आठ वर्षीय पुत्री आस्था का 21 अप्रैल को जन्मदिन था। आस्था ने अपने पिता से जन्मदिन पर केक की जगह लोगों में मास्क वितरण करने के लिए कहा। डा. अरविंद अपनी पत्नी के साथ मिलकर 500 मास्क बनाकर लोगों में वितरित किया। डा. अरविंद ने कहा कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के लिए प्रधानमंत्री लोगों से अपील कर रहे हैं। बेटी ने कहा कि मेरे जन्मदिन पर केक में पैसे न खर्च करके उसी पैसे से मास्क बनाकर गरीबों को वितरित कर दिया जाए। बच्ची की इच्छा रखने के लिए पत्नी राधा यादव के साथ मिलकर 500 मास्क बनाए और गरीबों में वितरित किया।