गुरुजनों के आंदोलन को विधायकों का सहारा
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में गुरुजनों, छात्रों व कर्मचारियों का आंदोलन 11वें
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में गुरुजनों, छात्रों व कर्मचारियों का आंदोलन 11वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को दो विधायकों के धरनास्थल पर पहुंचने से अध्यापकों के आंदोलन को बल मिला। शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह व शहरी उत्तरी विधायक रविंद्र जायसवाल विश्वविद्यालय पहुंचे थे। अध्यापकों ने उनके समक्ष कुलपति पर मनमाने तरीके से नियुक्ति करने का आरोप लगाया। कहा कि वे यूजीसी के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। चेत नारायण सिंह ने अध्यापकों को आश्वासन दिया कि वे 23 अक्टूबर को राज्यपाल से मिलेंगे। उनसे इस संबंध में वार्ता करेंगे। समस्या का समाधान नहीं होने पर प्रकरण को विधान सभा में भी उठाएंगे। उधर, विश्वविद्यालय पहुंचे विधायक रविंद्र जायसवाल के समक्ष कर्मचारियों ने वेतन का मुद्दा उठाया। कहा कि विश्वविद्यालय का अनुदान दस करोड़ पर फ्रीज होने के कारण वेतन संकट बना हुआ है। इस पर विधायक ने दूरभाष से तत्काल उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से बात की। कर्मचारियों को जल्द ही समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। इस क्रम में वे छात्रों के दोनों गुटों से मिले। दोनों गुटों की समस्याएं सुनने के बाद समाधान कराने का आश्वासन दिया।
- छात्रों ने किया ब्राह्माण भोज
छात्रावासों की मरम्मत, छात्रसंघ चुनाव सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर धरनारत छात्रों के गुट ने मंगलवार को ब्राह्माण भोज आयोजित किया। मुख्य रूप से निर्वतमान छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिया चौबे, प्रदीप कुमार पांडेय सहित कई अन्य लोग शामिल थे।
- पठन-पाठन के लिए धरना
कक्षा संचालित करने की मांग को लेकर छात्रों का दूसरा गुट भी धरना दे रहा है। इस गुट में जगदंबा मिश्र, प्रांजल पांडेय सहित कई अन्य लोग शामिल है।
- बीएड की चल रहीं कक्षाएं
विश्वविद्यालय में विभिन्न संघों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में बीएड के छात्र नहीं शामिल हैं। इसलिए बीएड की कक्षाएं मंगलवार को अवकाश के बाद भी चलीं।