विधायक विजय मिश्र के करीबियों को एसटीएफ ने जारी की नोटिस, पूछताछ कर जुटाएंगे साक्ष्य
विधायक विजय मिश्र के बेटे विष्णु मिश्रा और अधिवक्ता रीमा पांडेय सीमा मिश्रा सहित अन्य पर दर्ज मामलों की विवेचना एसटीएफ वाराणसी यूनिट कर रही है। विष्णु मिश्रा के खिलाफ रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी के फर्म और भवन हड़पने का मुकदमा गोपीगंज कोतवाली में दर्ज है।
भदोही, जागरण संवाददाता। विधायक विजय मिश्र के करीबियों को वाराणसी एसटीएफ ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। इस कार्रवाई से करीबियों में हलचल मच गई है। विशेषकर इस सूची में मेसर्स कृष्णमोहन तिवारी के खाते से लेनदेन करने वाले लोग शामिल हैं। इसके साथ ही चर्चित एक भोजपुरी गायक को भी बुलाया गया है। इस मामले में गोपीगंज पुलिस गायक का बयान पहले भी दर्ज कर चुकी है।
विधायक विजय मिश्र के बेटे विष्णु मिश्रा और अधिवक्ता रीमा पांडेय, सीमा मिश्रा सहित अन्य पर दर्ज मामलों की विवेचना एसटीएफ वाराणसी यूनिट कर रही है। विष्णु मिश्रा के खिलाफ रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी के फर्म और भवन हड़पने का मुकदमा गोपीगंज कोतवाली में दर्ज है। इसके अलावा वाराणसी की एक गायिका ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करायी थी। इन सभी मुकदमों की विवेचना एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ की ओर से कुर्की आदि की कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी करते हुए विवेचना शुरू कर दिया है । रिश्तेदार के फर्म हड़पने के मामले में फर्म से भुगतान लेने वाली एजेंसियों को नोटिस जारी की गई है। बताया जा रहा है कि करीब दो दर्जन लोगों का नाम नोटिस में शामिल है।
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भोजपुरी गायक को भी नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। इस कार्रवाई से लोग दहशत में हैं। एक एजेंसी के मालिक ने बताया कि उन्हें नोटिस जारी की गई थी। एसटीएफ पूछताछ के लिए बुलाया था। वह मानसिक रूप से परेशान और दबाव बनाकर बयान दर्ज कराना चाह रहे थे लेकिन किसी भी स्थिति में जो सही था वही बयान दर्ज कराया गया है। इसके पहले विधायक के करीबी ग्राम प्रधान को एसटीएफ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस मामले भी विष्णु मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।
आशंका जता चुकी हैं विधायक की पुत्री : आगरा जेल में बंद विधायक विजय मिश्र की अधिवक्ता पुत्री रीमा पांडेय पहले ही आशंका जता चुकी हैं। वीडियो जारी कर एसटीएफ पर आरोप लगा चुकी हैं। वीडियो में कहा था कि एसटीएफ विधानसभा चुनाव के पहले उनके करीबियों को मानसिक एवं आर्थिक शोषण करेगी। जिससे सहयोगी लोग चुनाव में प्रचार न कर सकें। विरोधियों की साजिश में आकर करीबियों को परेशान किया जा रहा है। इस इस संबंध में वह गृह मंत्री को पत्र भी भेज चुकी हैं।