प्रदेश का पहला 'कल्चरल हब' बनारस में, अब 256 एकड़ होगा सांस्कृतिक केंद्र का दायरा
वाराणसी स्थित पिंडरा के नागापुर गांव के निकट प्रस्तावित सांस्कृतिक केंद्र के विस्तार का निर्णय लिया गया है जिसके तहत देश का पहला कल्चरल हब बनारस में होगा।
वाराणसी [समीर तिवारी] । पिंडरा के नागापुर गांव के निकट प्रस्तावित सांस्कृतिक केंद्र के विस्तारीकरण का फैसला लिया गया है। प्रधानमंत्री की कोशिश के बाद प्रदेश सरकार परियोजना को धरातल पर उतारने जा रही है। तय हुआ है कि 150 करोड़ रुपये से 113 एकड़ और भूखंड की खरीद होगी, यह कार्य अतिशीघ्र पूरा भी किया जाना है इसलिए पर्यटन विभाग ने किसानों से संपर्क कर जमीन क्रय करने के लिए पसीना बहाना शुरू कर दिया है। करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये में अब 256 एकड़ में प्रदेश का पहला कल्चरल हब काशी में विकसित किया जा सकेगा।
126 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है : सांस्कृतिक केंद्र के लिए 113 एकड़ भूखंड खरीदने के लिए पर्यटन विभाग को 150 करोड़ रुपये आवंटित भी हो चुके हैं। इससे पहले 143 एकड़ के लिए 200 करोड़ जारी हुए थे, करीब 186 करोड़ में 126 एकड़ भूखंड खरीदा जा चुका है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होगा सांस्कृतिक केंद्र का मॉडल : सांस्कृतिक केंद्र में फिलहाल 10 एकड़ में भोजपुरी फिल्म सिटी व 2.02 एकड़ में प्रवासी भारतीय भवन का निर्माण प्रस्तावित है। भविष्य में थीम पार्क, ट्रेनिंग सेंटर, थिएटर, प्रेक्षागृह, म्यूजियम, कल्चरल एक्टिविटी के संरक्षण के लिए लोककला केंद्र, कथक सेंटर आदि की संभावनाएं बन रही हैं, इसका मॉडल अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होगा। शासन के निर्देश पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। सांस्कृतिक केंद्र के लिए पहले प्रस्तावित अधिकांश जमीन खरीदी जा चुकी है, अब 113 एकड़ जमीन और खरीदने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। - कीर्तिमान श्रीवास्तव, जिला पर्यटन अधिकारी।