रामनगर की रामलीला का श्रीगणेश, जानकी व तीनों भाइयों समेत एकांतवास पर चले श्रीराम
रामनगर में राम जी की लीला का श्रीगणेश तो अनंत चतुर्दशी पर 12 सितंबर को होगा।
वाराणसी, जेएनएन। रामनगर में राम जी की लीला का श्रीगणेश तो अनंत चतुर्दशी पर 12 सितंबर को होगा लेकिन इससे पहले श्रीराम का सीता व भाइयों संग एकांतवास शनिवार से शुरू हो गया। सावन कृष्ण चतुर्थी पर दोपहर बाद प्रथम गणेश पूजन कर लीला के निमित्त अनुष्ठान शुरू किए गए। चौक स्थित रामलीला पक्की पर विधान पूर्वक कलश स्थापन, गौरी गणेश आराधन और पंच स्वरूपों का पूजन किया गया।
गणेश, हनुमान के मुखौटा के साथ ही संवाद पोथी व ब्रश आदि की भी पूजा-अर्चना की गई। साथ ही प्रशिक्षण के लिए उन्हें बलुआघाट स्थित काशीराज धर्मशाला में आवासित कर दिया गया। यहां वे घर-परिवार से दूर संन्यासी की तरह सात्विक जीवन बिताएंगे। इस दौरान सांसारिक नाम के बजाय स्वरूप श्रद्धापूर्वक श्रीराम, सीता, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न पुकारे जाएंगे। पूजा में रामलीला अधिकारी डा. जयप्रकाश पाठक यजमान थे। आचार्य पं. लक्ष्मी नारायण व्यास की अस्वस्थता के कारण संतोष पांडेय, रामनारायण पांडेय व योगेंद्र पाठक ने पूजन-अर्चन कराया। रघुनाथदत्त व्यास, कृष्णदत्त व्यास, शिवदत्त व्यास, संपत व्यास के साथ ही रामलीला से जुड़े मनोज श्रीवास्तव, चंद्रशेखर शर्मा, आशुतोष पांडेय, रमेश पांडेय (जामवंत गुरु) और रामलीला प्रेमी थे।
गौरव राम और ओम बनेंगे जानकी रामनगर : विश्वप्रसिद्ध रामलीला में इस बार गोधना-चंदौली के गौरव पाठक श्रीराम और देवरिया-मीरजापुर के ओम प्रताप तिवारी सीता की भूमिका में होंगे। जमालपुर मीरजापुर के सत्यमो उपाध्याय लक्ष्मण, चंदौली के अमन तिवारी भरत और चौखंभा के आर्यन तिवारी शत्रुघ्न की भूमिका में होंगे। पिछले दिनों रामनगर दुर्ग के जवाहरखाने में श्लोक व मानस की चौपाइयों का सस्वर गान करा कर इनका चयन किया गया।