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Srikashi Vishwanath Dham में बाबा दरबार की हुई भिखारी धर्मशाला, ध्वस्तीकरण करने का कार्य शुरू

Sri kashi Vishwanath Dham बाबा दरबार की हुई भिखारी धर्मशाला ध्वस्तीकरण करने का कार्य शुरू हो गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 12:02 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 09:29 AM (IST)
Srikashi Vishwanath Dham में बाबा दरबार की हुई भिखारी धर्मशाला, ध्वस्तीकरण करने का कार्य शुरू
Srikashi Vishwanath Dham में बाबा दरबार की हुई भिखारी धर्मशाला, ध्वस्तीकरण करने का कार्य शुरू

वाराणसी, जेएनएन। लाकडाउन में बंद और मंद पड़े श्री काशी विश्वनाथ धाम निर्माण की गति शनिवार को और तेज हो गई। इसके लिए श्रमिकों की संख्या बढ़ा कर 400 कर दी गई। माना जा रहा है सावन तक कुछ भवन बन कर तैयार भी कर लिए जाएंगी। मणिकर्णिका सेवा समिति द्वारा धाम निर्माण के लिए भिखारी धर्मशाला मंदिर प्रशासन को सौंप देने से भी यह उम्मीद जताई जा रही है। मंदिर प्रशासन ने इसके एवज में समिति के खाते में 1.80 करोड़ रुपये भेजे। लिखित सहमति मिलते ही शनिवार को मंदिर प्रशासन द्वारा मशीन लगाकर भवन ध्वस्तीकरण भी शुरू कर दिया गया। इससे घाट पर जेटी समेत अन्य निर्माणों की गति बढ़ जाएगी। मंदिर सीईओ विशाल सिंह ने बताया कि भिखारी धर्मशाला हटने के बाद वहां पक्का घाट  निर्माण से घाट का सौंदर्य बढ़ जाएगा।

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काशी विश्वनाथ को गंगा से जोड़ने वाले मार्ग पर कार्य तेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चल रहा ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर अपना मूर्त रूप लेने लगा है। इसी कड़ी में दो वर्षों से भी ज्यादा वक्त के बाद अब श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से मां गंगा को जोड़ने वाला मार्ग काफी हद तक बन गया है। बाबा विश्वनाथ को सीधे गंगा तट ललिता और मणिकर्णिका घाट से जोड़ा जाना है, जिसमें मणिकर्णिका घाट और जलासेन घाट के बीच से काशी विश्वनाथ के गर्भ गृह तक जाने वाले मार्ग बनकर तैयार हो चुका है। ललिता घाट पर काम चल रहा है जहां से बालू के माध्‍यम जेटी प्लेटफार्म के लिए बनाया जा रहा है और रास्तों के जरिए बड़ी मशीनों को लाकर काम आगे किया जाएगा. इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान किसी तरह का मलबा गंगा में न गिरे। एक बार जेटी बन जाने के बाद श्रद्धालु सीधे गंगा स्नान करने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकते हैं।


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