बोलीं राज्यपाल Anandi Ben Patel - 'कुपोषित बच्चों को गोद लेने का सामाजिक दायित्व सभी वर्ग का'
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बच्चों तथा महिलाओं के विकास को माइक्रो प्लान बनाकर समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए कार्य करने का संदेश दिया। गरीबी से मुक्ति का उपाय अच्छी शिक्षा है। विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर कालेज के प्रिंसिपल अध्यापक कुपोषित बच्चों एवं टीबी संक्रमित बच्चों को गोद लें।
वाराणसी, जेएनएन। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बच्चों तथा महिलाओं के विकास को माइक्रो प्लान बनाकर समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए कार्य करने का संदेश दिया। कहा कि गरीबी से मुक्ति का उपाय अच्छी शिक्षा है। विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, कालेज के प्रिंसिपल, अध्यापक कुपोषित बच्चों एवं टीबी संक्रमित बच्चों को गोद लें। हर वर्ग सोशल रिस्पांसिबिलिटी लें। उद्योग जगत भी जुड़ें और इस रोग से मुक्त कराने का कार्य कराएं। गांव का हर तीन वर्ष का बच्चा आंगनबाड़ी व छह वर्ष का बच्चा प्राइमरी स्कूल में दाखिल हो। ड्राप आउट एक फ़ीसदी से कम रहे, यह भी सजगता रखें। गांवो में 100 फ़ीसदी संस्थागत प्रसव हो। प्राइमरी के बाद भी सौ फीसदी बच्चे नौवीं कक्षा में प्रवेश ले। कन्या सुमंगला योजना भारत की सबसे अच्छी योजना है। कहा कि गत दो-तीन माह में इस क्षेत्र में बनारस में अच्छा काम हुआ है। जिलाधिकारी सहित उनकी पूरी टीम को बधाई।
राज्यपाल सोमवार को सर्किट हाउस सभागार में आंगनबाड़ी, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम क्रियान्वयन, स्वंय सहायता समूह व स्वैच्छिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रही थीं। कहा कि नई शिक्षा नीति बहुत उपयोगी है। तीन, चार, पांच वर्ष के बच्चों के लिए अलग-अलग प्रकार के सिलेबस है। बच्चों को कौन विषय कैसे सिखाएं यह भली-भांति नई शिक्षा नीति में है। अभी पहल बुक आंगनबाड़ी केंद्र व प्राइमरी की अच्छी है। बच्चों को गांव में सामूहिक टूर कराएं। खेल के साथ ही मंदिर आदि स्थल दिखाएं। शैक्षिक कैलेंडर में नाश्ता व खाना का भी प्रावधान करें।
राज्यपाल ने कहा कि दुनिया के सापेक्ष यहां सबसे ज्यादा स्तन कैंसर व सर्वाइकल कैंसर के केस है। प्रारंभिक स्टेज में कैंसर का इलाज अच्छे से हो जाता है। ऐसी व्यवस्था करें कि कैंसर से किसी महिला की मृत्यु न हो। बच्चों को गोद लेने में मंदिर के ट्रस्टी को भी जोड़ें। समर्थ किसान आंगनबाड़ी में अपनी उपज के फल-सब्जी देकर सहयोग कर सकते हैं। कोई किशोरी एनीमिक न हो।
अच्छे वर्कर से अच्छा रिजल्ट
राज्यपाल ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनने के लिए आंगनबाड़ी, महिलाओं, बच्चों, केंद्रों के भवन स्थिति व कार्यपद्धती पर ध्यान देना होगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रमोशन में उनकी शिक्षा व परफारमेंस की गहनता से परीक्षण कर प्रोन्नति दें। अच्छे वर्कर से रिजल्ट अच्छा आता है। राज्यपाल ने गुजरात माडल का जिक्र करते हुए बताया कि अच्छे कार्य करने वाले जिलाधिकारी सहित वहां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका को हजारों रुपए का माता यशोदा अवार्ड दिया जाता है। इससें प्रतिस्पर्धा का माहौल बनता है।
...दूध के लिए डेयरी को करें प्रेरित
राज्यपाल ने कहा कि कुपोषण सर्वे का पैरामीटर वहां की जलवायु एवं परिस्थिति को ध्यान में रखकर किए जाएं। वास्तविकता तभी सामने आएगी। कुपोषण के लिए मूंगफली, शुगर व दूध पाउडर के पेस्ट को उपयोगी बताया। कहा कि कुपोषित बच्चों दूध देने के लिए डेयरी को प्रेरति किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई कार्यक्रम पति की उपस्थिति में कराया जाए। केंद्रों की दीवार पर कुछ मोटिवेटेड स्लोगन यथा- अच्छे फल के लिए बीज अच्छा हो, मकान अच्छा चाहिए तो नींव मजबूत हो अंकित कराएं।
बैठक में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राइमरी स्कूलों, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के कार्यों का विस्तार से प्रजेंटेशन दिया। इस अवसर पर मंत्री रवींद्र जायसवाल, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक नीलरतन नीलू ने अपने अनुभव साझा किया। स्वागत मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी एवं धन्यवाद मंत्री स्वाति सिंह ने किया।
प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
कुपोषित बच्चों एवं टीवी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने तथा अन्य कार्यों में प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करने पर राज्यपाल ने सिविल डिफेंस के नीरज मिश्रा, चीफ वार्डेन विनोद गुप्ता, रेड क्रॉस के सचिव डॉक्टर संजय राय एवं वेद मूर्ति शास्त्री, डा. मनीषा सिंह सेंगर, डॉ अतुल कुमार सिंह, रोटरी क्लब वाराणसी साउथ के दीपक अस्थाना, संजय गुप्ता , मारवाड़ी युवा मंच की भावना, नित्या पोधार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।