Smart Meter वाराणसी में मीटर की गड़बडि़यां करें दूर, बिजली विभाग ने एलएंडटी को दिया 30 जून का समय
बिजली विभाग ने एलएंडटी कंपनी को निर्देश दिया है कि वाराणसी में 30 जून तक सभी गड़बडिय़ां दूर कर दी जाएं तब तक स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई है।
वाराणसी, जेएनएन। बिजली बिलिंग व्यवस्था दुरुस्त बनाने के लिए शहर में सभी पुराने मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य एलएंडटी कंपनी कर रही है। पिछले साल ही सभी मीटर बदलने का लक्ष्य था लेकिन अब तक आधे ही बदले जा सके। लक्ष्य पूरा नहीं करने पर मार्च 2020 तक का समय दिया गया लेकिन इसी बीच कंपनी को कोरोना का बहाना मिल गया और अभी डेढ़ लाख से कम ही स्मार्ट मीटर लगे हैं। इसमें करीब 30 हजार मीटरों में कोई न कोई गड़बड़ी की शिकायत थी। अब कंपनी को निर्देश दिया गया है कि 30 जून तक सभी गड़बडिय़ां दूर कर दी जाएं। तब तक स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई है।
करीब 3.44 लाख स्मार्ट मीटर बदलने हैं, 1.60 लाख बदले जा चुके
शहर के दोनों मंडल नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम व द्वितीय को मिलाकर करीब 3.44 लाख स्मार्ट मीटर बदलने हैं। इसमें से अभी तक मात्र 1.60 लाख ही बदले जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर को लेकर कभी ज्यादा बिल आने तो कभी अन्य तकनीकी गड़बड़ी की शिकायत आ रही थी। इसे लेकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के. बालाजी ने लॉकडाउन के पहले ही कंपनी पर नकेल कसी थी। इसमें से करीब 18 हजार शिकायतें तो दूर कर ली गईं लेकिन अब भी 12 हजार गड़बडिय़ां बनी हुई हैं। अब निगम ने कंपनी को 30 जून तक ही इस कमी को दूर करने का लक्ष्य दिया है। ऐसे में देखना होगा कि कंपनी आखिरकार इतने कम दिनों में सारी गड़बडिय़ों को कैसे दूर कर पाती है। 12 हजार में से पांच हजार स्मार्ट मीटरों में तो शून्य खपत बता रहा है।
पुराने मीटरों को बदलने के कार्य पर रोक
मुख्य अभियंता (वितरण) वाराणसी जोन मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल अगला निर्देश आने तक पुराने मीटरों को बदलने के कार्य पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ नए कनेक्शन एवं डिफेक्टिव होने पर ही स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। संबंधित कंपनी को 30 जून तक सारी गड़बडिय़ों को दूर करने का निर्देश दिया गया है। उपभोक्ताओं को सलाह है कि वे स्मार्ट मीटर लगाने के एवज में किसी को कोई पैसा नहीं दें। रिपेयर का कार्य भी मुफ्त होता है।