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पूर्वांचल में स्लीपर माड्यूल सक्रिय, राशिद के दोस्तों से भी हुई पूछताछ, मोबाइल से मिले कई वीडियो

पीएम मोदी सीएम योगी के साथ ही सैन्य ठिकानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान भेजने वाले आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद ने सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में कई राज उगले हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 10:03 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 10:23 PM (IST)
पूर्वांचल में स्लीपर माड्यूल सक्रिय, राशिद के दोस्तों से भी हुई पूछताछ, मोबाइल से मिले कई वीडियो
पूर्वांचल में स्लीपर माड्यूल सक्रिय, राशिद के दोस्तों से भी हुई पूछताछ, मोबाइल से मिले कई वीडियो

वाराणसी, जेएनएन। पीएम मोदी, सीएम योगी के साथ ही सैन्य ठिकानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान भेजने वाले आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद ने सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में कई राज उगले हैं। चंदौली क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को उसके घर से उसका पासपोर्ट सहित अन्य साक्ष्य को भी कब्जे में लिया है। पूछताछ के आधार पर एटीएस ने राशिद के तीन दोस्तों के साथ ही औरंगाबाद निवासी दानिश से भी लंबी पूछताछ की है। राशिद दानिश की दुकान पर काम करता था।

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राशिद के मित्रों से एटीएस को कोई खास जानकारी तो नहीं मिली लेकिन दैनिक जागरण के हाथ कुछ वीडियो फुटेज  लगे हैं जिसे राशिद ने अपने मित्रों को शेयर किया था। इन वीडियो में नागरिकता संशोधन कानून, प्यार के बाद शादी और शादी के बाद प्यार से जुड़े संदेश हैं। ये सभी वीडियो संदेश राशिद को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने वाट्सएप के जरिए उपलब्ध कराए थे।

राशिद का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद एटीएस, आइबी, रॉ समेत अन्य खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने चंदौली, आजमगढ़, मीरजापुर व बिहार रूट की निगरानी बढ़ा दी है। आजमगढ़ के बाद चंदौली के आतंकी कनेक्शन से खुफिया एजेंसियां भी हैरान हैं। कुछ माह पूर्व चार बांग्लादेशी भी चंदौली से पकड़े गए थे। एटीएस के सूत्रों के अनुसार राशिद की गिरफ्तारी से यह तो पुष्ट हो गया है कि पूर्वांचल में स्लीपर माड्यूल सक्रिय है। राशिद को हवाला का धंधा करने वालों ने स्लीपर सेल की मदद से ही गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराने के एवज में रकम उपलब्ध कराई थी। पेटीएम के जरिए रुपये तो मिले ही, नकद रुपये भी राशिद को पहुंचाए गए। राशिद के जरिए सुरक्षा एजेंसियां अब स्लीपर सेल के साथ ही हवाला के धंधे से जुड़े लोगों की छानबीन कर रही। राशिद के जरिए पता लगाया जा रहा कि उसके जैसे कितने राशिद इस समय भारत में मौजूद हैं और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे। लंका क्षेत्र के छित्तूपुर के मूल निवासी राशिद को एटीएस ने मिलिट्री इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद बीते 19 जनवरी की रात चंदौली के पड़ाव स्थित चौरहट गांव से गिरफ्तार किया था। राशिद को इस समय एटीएस मुख्यालय लखनऊ में रखा गया है। राशिद के मोबाइल से सुरक्षा एजेंसियों को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।

राशिद के दोस्तों से हुई लंबी पूछताछ

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को जानकारी भेजने वाले राशिद के साथ ही एटीएस ने चौरहट गांव के तीन अन्य युवकों को भी पूछताछ के लिए उठाया था। इन लोगों के मोबाइल नंबर से भी पाकिस्तान में बात की गई थी। पूछताछ में जानकारी मिली कि राशिद अपने मित्रों के मोबाइल से अक्सर पाकिस्तान में मौजूद अपनी प्रेमिका से बातचीत करता था। एटीएस ने राशिद के मित्रों को शहर नहीं छोडऩे की हिदायत देते हुए छोड़ दिया है। फिलहाल छूट कर आए तीनों युवक तथा उनके अभिभावक कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

कभी-कभी जाता था नमाज अदा करने

राशिद रहता तो चौरहट में था लेकिन मोहल्ले के युवकों से कम मेलजोल रखता। मोहल्ले में स्थित मस्जिद में कभी कभार नमाज अदा करने जाता रहा है। मस्जिद में साथ नमाज पढऩे वाले लोगों की माने तो वह बहुत बात नहीं करता था।

चौंक गए चौरहट वाले

पड़ाव (चंदौली) क्षेत्र के चौरहट गांव सहित चट्टी चौराहा पर मौजूद हर किसी की जुबान पर केवल राशिद को लेकर चर्चा होती रही। चाय की चुस्की संग हर कोई राशिद के देशद्रोही होने को लेकर चर्चा कर रहा था। राशिद के मोहल्ले में सन्नाटा पसरा रहा। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ।  दबी जुबान यह जरुरी लोग कहते रहे कि राशिद की करतूतों ने गांव की छवि धूमिल कर दिया। राशिद बीते 15 साल से अपनी मां के साथ चौरहट स्थित ननिहाल रह रहा था।


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