सोलह साल बाद जोगी के वेष में पहुंचा बेटा तो फूटफूट कर रो पड़ा, कहा-'फिर आऊंगा'
मीरजापुर जिले में जोगी परंपरा को निभाने के लिए अपने ही घर भिक्षा मांगने जब बेटा 16 बरस बाद अपने घर पहुंचा तो कोई पहचान नहीं सका अलबत्ता जब घर से दस रुपये दक्षिणा में मिला तो जोगी बना बेटा फूट फूट कर रो पड़ा।
मीरजापुर, जेएनएन। जोगी परंपरा को निभाने के लिए अपने ही घर भिक्षा मांगने जब बेटा 16 बरस बाद अपने घर पहुंचा तो कोई पहचान नहीं सका, अलबत्ता जब घर से दस रुपये दक्षिणा में मिला तो जोगी बना बेटा फूट फूट कर रो पड़ा। जब पूरा माजरा समझ में आया तो गांव भर के लोगों का जमावड़ा लग गया। गांव भर में चर्चा होती रही कि बेटा जोगी के वेष में घर पहुंचा है। गांव के बेटे को जोगी के वेष में देखने के लिए गांव में मजमा लगा रहा। अदलहाट थाना क्षेत्र के डेहरी ग्राम में गुरुवार को एक योगी वेषधारी के पहुंचने के बाद अपने को रामधनी विश्वकर्मा का बेटा बताने पर गांव में देखने वालों की भीड़ लग गई।
अदलहाट थाना क्षेत्र के डेहरी ग्राम निवासी रामधनी विश्वकर्मा के 16 वर्षीय पुत्र का 2004 में फत्तेपुर ग्राम के पास सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, घटना के तीन दिन बाद परिजनों को मालूम हुआ तो परिजन मृतक का पुतला बनाकर दाह संस्कार व क्रिया कर्म किया। गुरुवार को एक योगी उनके घर आया और भिक्षा मांगने लगा तो रामधनी ने उसे भिक्षा दिया तत्पश्चात योगी ने दक्षिणा की मांग की तो उन्होंने कहा कि अभी हमारे पत्नी की मृत्यु हो गई थी हमारे पास पैसा नहीं है ,कहने पर योगी ने कुछ भी दक्षिणा देने की बात कहा तो तत्पश्चात उन्होंने 10 रुपया उसको दक्षिणा दिया।
योगी उनके घर के पड़ोस में जाकर फूट-फूट कर रोने लगा और कहा कि बाबू हमें नहीं पहचान रहे हैं, हम छोटू हैं। वहीं परिवार के रामधनी को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने योगी से सिर से पगड़ी उतार कर दिखाने को कहा इस पर योगी ने मना कर दिया। रामधनी का कहना था कि छोटू का चेहरा मिल रहा है, लेकिन उसके सिर में घाव का निशान था। योगी अपने को चार भाई होने एवं गांव वालों को पहचानने की भी बात कर रहा था लेकिन किसी का नाम नहीं बता पा रहा था। योगी का कहना था कि गुरु का आदेश अभी नहीं है, दोबारा आएंगे तो सारी बात बताएंगे। इस बात की जानकारी होने पर पुलिस भी गांव में पहुंच गई थी। मौके पर जानकारी होने के बाद पुलिस ने जुटी भीड़ को हटाया। वहीं योगी गांव में घूम घूम कर भिक्षा मांगता रहा। गांव वालों के मुताबिक जोगी बनने के बाद अपने घर से भिक्षा मांगना अनिवार्य होता है, संभवत: वह इसी मकसद से गांव में भिक्षा मांगने आया था।