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विश्वविद्यालयों में लागू होगा सिंगल विंडो सिस्टम, काशी विद्यापीठ की नैक प्रस्तुतीकरण का राज्यपाल ने किया अवलोकन

राज्यपाल/ कुलाधिपति आनंदीबेन विश्वविद्यालयों से सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है ताकि विद्यार्थियों की समस्याओं के समयबद्ध व त्वरित निस्तारण हो सके। यही नहीं उन्होंने कुलपतियों से विश्वविद्यालयों के विभिन्न गतिविधियों के लिए गठित होने वाली समितियों में भी विद्यार्थियों को शामिल करने का निर्देश दिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 10:17 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 10:17 PM (IST)
विश्वविद्यालयों में लागू होगा सिंगल विंडो सिस्टम, काशी विद्यापीठ की नैक प्रस्तुतीकरण का राज्यपाल ने किया अवलोकन
आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालयों से सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। राज्यपाल/ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालयों से सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है ताकि विद्यार्थियों की समस्याओं के समयबद्ध व त्वरित निस्तारण हो सके। यही नहीं उन्होंने कुलपतियों से विश्वविद्यालयों के विभिन्न गतिविधियों के लिए गठित होने वाली समितियों में भी विद्यार्थियों को शामिल करने का निर्देश दिया है।

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वह शुक्रवार को लखनऊ स्थित राजभवन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के नैक प्रस्तुतीकरण का अवलोकन कर रही थी। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के तहत तीस फीसद पाठ्यक्रम स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर लागू करने का भी निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय से अपनी शोध पालिसी विकसित कर वेबसाइट पर अपलोड करने का भी सुझाव दिया है। इसमें शोधार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं का भी उल्लेख करने को कहा। इसके अलावा शोध की गुणवत्ता व पारदर्शिता के लिए शोध गंगा पोर्टल पर थिसिस अपलोड कराने का भी निर्देश दिया है।

आउटडोर गतिविधियों का रखना होगा रिकार्ड

इस दौरान उन्होंने स्मार्ट क्लास, आनलाइन शिक्षण कार्य को बढ़ावा देने सहित अन्य निर्देश दिया। कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय से आउटडोर गतिविधियों का रिकार्ड रखने, पुरातन छात्र सम्मेलन कराने, विद्यार्थियों को रोजगार से जोडऩे के लिए औद्योगिक प्रतिष्ठानों से एमओयू करने, विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने, स्वयं सहायता समूह का सम्मेलन कराने के सुझाव दिया। वहीं धीमी गति से डिग्री वितरण कार्य पर राज्यपाल से नाराजगी भी जताई।

अब दस से अधिक नहीं होगा खाता

वित्तीय लेन-देन उन्होंने 10 खाते से अधिक न होने, कर्मचारियों को भी कंप्यूटर का प्रशिक्षण देने निर्देश दिया है। इस मौके पर विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जानी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

संस्कृत कालेजों में अब 15 नवंबर तक दाखिले का मौका

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में अब 15 नवंबर तक दाखिला लिया जा सकता हैं। जबकि पहले दाखिले की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर निर्धारित की गई थी। छात्रहित में विश्वविद्यालय प्रशासन ने मध्यमा से लगायत शास्त्री-आचार्य के सभी खंडों में दाखिले के लिए आनलाइन पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले से हजारों छात्रों को राहत मिल गई। कुलसचिव डा. ओम प्रकाश के मुताबिक संबद्ध कालेज अब प्रवेशित छात्रों विवरण 15 नवंबर तक आनलाइन संशोधित कर सकते हैं। वहीं कालेज लागिन पर प्रवेश सूची 16 नवंबर तक अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। जबकि संबद्ध कालेजों को प्रमाणित प्रवेश सूची 17 नवंबर तक विश्वविद्यालय में जमा करना अनिवार्य होगा। कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय में आनलाइन प्रवेश फार्म भरने की अंतिम तिथि शुक्रवार को बीत गई। मेरिट सूची का प्रकाशन 25 अक्टूबर को किया जाएगा। जबकि शास्त्री, आचार्य व संस्कृत प्रमाणपत्रीय प्रथम खंड में दाखिले की काउंसिलिंग 27 से 29 अक्टूबर तक होगी।


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