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जौनपुर के फिरोजपुर में तीन मौतों के बाद दूसरे दिन भी सन्नाटा, 19 पर एफआइआर दर्ज

जौनपुर के फिरोजपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर समान धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश कर रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 06:15 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 06:15 PM (IST)
जौनपुर के फिरोजपुर में तीन मौतों के बाद दूसरे दिन भी सन्नाटा, 19 पर एफआइआर दर्ज
जौनपुर के फिरोजपुर में तीन मौतों के बाद दूसरे दिन भी सन्नाटा, 19 पर एफआइआर दर्ज

जौनपुर, जेएनएन। फिरोजपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर रविवार को हुए अनुसूचित जाति के दो पट्टीदारों के बीच खूनी संघर्ष में सगे भाइयों समेत तीन की मौत से दूसरे दिन सोमवार को भी गांव दहशत का माहौल बना हुआ है। बस्ती में जहां सन्नाटा पसरा हुआ है वहीं तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं। इस दौरान दोनों कुनबों के जिन आरोपितों को पुलिस हिरासत में लेकर थाने में बैठाए हुए है, उन्हें छोड़कर अन्य फरार हो गए हैं। एक परिवार के घर में जहां ताला लटका है वहीं दूसरे के घर जो महिलाएं व बच्चे नजर भी आए, उनके चेहरे पर खौफ साफ देखा जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर समान धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश कर  रही है।

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भूमि विवाद को लेकर चले लाठी-डंडे व धारदार हथियारों से एक पक्ष के दो सगे भाइयों रामचंद्र पासवान व बैजनाथ पासवान जबकि दूसरे पक्ष के राम खेलावन पासवान की मौत हो गई थी। वहीं रामचंद्र पक्ष के सात और राम खेलावन पक्ष के 10 लोग घायल हो गए थे। वहीं गंभीर रूप से घायल जियालाल को देररात जिला अस्पताल से वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। इस घटना ने पुलिस महकमे की पेशानी पर बल डाल दिया। घटना के आधे घंटे के भीतर ही गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। देरशाम वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय सिंह मीणा ने आकर मौका मुआयना किया। उनके निर्देश पर पूरे प्रकरण में लापरवाही के जिम्मेदार थाना प्रभारी निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों को देर रात एसपी अशोक कुमार ने निलंबित कर दिया। दोनों पक्षों के बीच महज दो डिस्मिल भूमि का विवाद था।

दोनों पक्षों के 19 आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

खुटहन पुलिस ने घटना के संबंध में दोनों पक्षों की तहरीर पर एक-दूसरे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक पक्ष की तहरीर में नौ जबकि दूसरे पक्ष की तहरीर में दस आरोपित नामजद किए गए हैं। दोनों पक्षों के आरोपितों पर हत्या, तोडफ़ोड़, जान से मारने की धमकी सहित विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं। दोनों पक्षों के 10 आरोपितों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। मृत हुए राम खेलावन के पुत्र निन्हू की तहरीर में नौ आरोपित नामजद किए गए हैं। दूसरे पक्ष के मृतक रामचंद्र के पुत्र मुकेश की तहरीर में दस आरोपित नामजद हैं। पुलिस का फरार अन्य आरोपितों की तलाश में संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि हिरासत में लिए गए आरोपितों की निशानदेही पर खूनी संघर्ष में प्रयुक्त लाठी-डंडेे, कुल्हाड़ी, फावड़ा व कुदाल आदि बरामद कर लिए गए हैं।

जियालाल का बीएचयू में चल रहा उपचार 

खूनी संघर्ष में मृत राम खेलावन के भाई जियालाल के दम भी दम तोड़ देने की अफवाह रविवार की रात फैली तो दूसरे दिन सोमवार को भी दिन भर थमी नहीं। मालूम हो कि जियालाल को रात एक बजे जिला अस्पताल से रेफर किए जाने पर पुलिस ने एंबुलेंस से ले जाकर बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। उसका उपचार चल रहा है। पुलिस डाक्टरों के हवाले से उसकी हालत अब खतरे से बाहर बता रही है।

नौ साल बाद हुई खूनी अदावत की पुनरावृत्ति से थर्राया खुटहन 

फिरोजपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर रविवार को हुए संघर्ष में सगे भाइयों समेत तीन की मौत ने नौ साल पूर्व गभिरन गांव के तिहरे हत्याकांड की याद ताजी कर दी। गभिरन में 11 मार्च 2011 को नवासे में रहने वाले शीतला सिंह उर्फ नन्हकऊ, उनकी पत्नी मालती सिंह व पुत्र रमेश सिंह की भूमि विवाद में पड़ोसियों ने लाठी-डंडे व कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी थी। शीतला सिंह उस समय भाड़े का वाहन मंगाकर पत्नी को इलाज के लिए ले जा रहे थे। उसी समय दूसरे पक्ष ने हमला बोला था।


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