वाराणसी, जागरण संवाददाता: सस्ती जमीन देने समेत अन्य लुभावने ऑफर देकर लोगों के करोड़ों रुपये ऐंठने वाली कंपनी शाइन सिटी का निदेशक आसिफ नसीम लखनऊ की तरह बनारस व मिर्जापुर की जमीनों को भी जेल में रह कर बेचना चाहता था। इसकी तैयारी भी शुरू कर दिया था, लेकिन मामला खुल जाने के बाद उसकी साजिश सफल न हो सकी। जिला जेल में बंद आसिफ न्यायिक रिमांड पर है। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (इओडब्ल्यू) उससे पूछताछ कर रही और रोज नए राजफाश हो रहे हैं।
शाइन सिटी ने वाराणसी में राजातालाब व मिर्जामुराद, शिवपुर, बाबतपुुर में जमीनें खरीदी थी। वहीं मीरजापुर में भी लगभग दस बीघा जमीन का एग्रीमेंट कराया था। मिर्जापुर की साइट को इलाहाबाद के कुछ एजेंट देख रहे थे। बनारस की साइट के लिए कुछ लोगों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये आसिफ ने भेजे थे।
इन लोगों की मदद से ही जेल में रहते हुए जमीन को बेचने की भी तैयारी में लगा था। इसके लिए लोगों को ग्राहकों को तरह-तरह का प्रलोभन दिया जा रहा था। इसी दौरान लखनऊ में उसकी करतूत उजागर हो गई। वहां जेल में रहते हुए उसने कई जमीनों की रजिस्ट्री लोगों को कर दी थी। इस मामले में जांच शुरू हुई तो वाराणसी और मिर्जापुर की जमीनों को बेचने की फिराक में लगे कंपनी से जुड़े लोग भूमिगत हो गए।
आसिफ के जरिए उनके बैंक खातों में भेजे गए रुपयों को जल्द से जल्द निकालकर फ्लैट व गाड़ियों आदि को खरीदने में लगा दिया। इन लोगों के बारे में उसने जानकारी भी दी है। जल्द ही उन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।
आसिफ लोगों के रुपये ऐंठने के बाद अपनी ही बनाई 34 कंपनियों में रुपये लगाने बहाने विदेश भेजता था। शाइन सिटी कंपनी के संचालकों और उनके करीबियों के खिलाफ अलग-अलग जिलों में 452 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 80 मुकदमों की जांच इओडब्ल्यू वाराणसी इकाई कर रही है। पूछताछ के लिए आसिफ को वाराणसी लाया गया है।