अब शिल्पी और बुनकरों को मिलेगा अंतराष्ट्रीय बाजार
वाराणसी : उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (यूपीआइडी) की अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने कहा कि अब शिल्पी और बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलेगा।
वाराणसी : उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (यूपीआइडी) की अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री क्षिप्रा शुक्ला ने कहा कि बिचौलियों के बिना भी पूर्वाचल के शिल्पियों और बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने की योजना है। इसके लिए यूपीआइडी ने एप बनाया है। यह एप शिल्पियों और बुनकरों को बाजार उपलब्ध कराने में मदद करेगा।
सर्किट हाउस में शनिवार को शिल्पियों और बुनकरों संग बैठक के दौरान क्षिप्रा ने बताया कि इस एप से भारत के अलावा अन्य देशों के डिजाइनर व निर्यातक जुड़े हैं। इस एप का मकसद बुनकरों व शिल्पियों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाना है। उन्होंने बताया कि एप में प्रोडक्ट व डिजाइन बैंक होगा। शिल्पियों और बुनकरों को इसमें पंजीकृत किया जाएगा। प्रोडक्ट बैंक में उनके उत्पादों की फोटो होगी। विदेश में बैठे डिजाइनर व कारोबारी भी उत्पादों को देखकर सीधे बुनकरों और शिल्पियों से संपर्क कर सकेंगे। इसी तरह डिजाइन बैंक से उन्हें समय-समय पर नई डिजाइनें भेजी जाएंगी। क्षिप्रा ने बताया कि 25-26 मई को दीनदयाल हस्तकला संकुल में दो दिवसीय डिजाइन कान्क्लेव में यूपीआइडी एप का शुभारंभ किया जाएगा। इसमें जर्मनी, अमेरिका, पेरू आदि देशों के डिजाइनर और कारोबारी भाग लेंगे। साथ ही केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री अजय टमटा, सूबे के उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी, निफ्ट के चेयरमैन राजेश शाह आदि भी होंगे।
डिजाइन स्टूडियों व क्राफ्ट सेंटर
उन्होंने बताया कि बनारस में जल्द डिजाइन स्टूडियो व क्राफ्ट सेंटर की भी स्थापना होगी। इस सेंटर में बुनकरों व शिल्पियों को आने वाले समय की डिजाइनों के पूवार्नुमान की जानकारी दी जाएगी। बैठक में सहायक आयुक्त हथकरघा डा. नितेश धवन, उद्योग विभाग की उपायुक्त करुणा आदि थे।