आजमगढ़ फूलपुर के चेयरमैन रहे शिवप्रसाद जायसवाल के निधन पर शबाना आजमी ने जताया शोक
वर्ष 2007 से लगातार तीसरी बार अध्यक्ष रहे शिवप्रसाद जायसवाल का लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया। फूलपुर के दुर्वाषा में उनका अंतिम संस्कार संस्कार होगा। वह न्यूमोनिया से पीड़ित होने के कारण अस्पताल में भर्ती थे।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। वर्ष 2007 से लगातार तीसरी बार अध्यक्ष रहे शिवप्रसाद जायसवाल का लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया। फूलपुर के दुर्वाषा में उनका अंतिम संस्कार संस्कार होगा। वह न्यूमोनिया से पीड़ित होने के कारण अस्पताल में भर्ती थे। कई स्कूलों के साथ मिजवां वेलफेयर सोसाइटी के वह प्रबन्धक भी रहे और कैफी आजमी के परिवार से उनका घनिष्ट संबंध रहा।
कोई कितने बड़े पद पर क्यों न हो आखिर में ऊपर वाले के आगे किसी की नहीं चलती, लगातार 14 साल से आदर्श नगर पंचायत फूलपुर के चेयरमैन रहे शिवप्रसाद जायसवाल का इलाज के दौरान मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में बीती रात निधन हो गया। पिछले सप्ताह न्यूमोनिया के कारण उन्हें मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनका अंतिम संस्कार फूलपुर के दुर्वाषा धाम पर किया जाएगा। शिवप्रसाद जायसवाल 2007 में पहली बार आदर्श नगर पंचायत फूलपुर के अध्यक्ष पद का चुनाव जीते थे। अपनी सादगी और लोकप्रियता के चलते लगातार तीसरी बार नगर पंचायत अध्यक्ष बने थे।
वर्ष 1993 में शबाना आज़मी द्वारा गठित मिजवां वेलफेयर सोसाइटी के मैनेजर बनाये गए। अपने कार्यकाल में उन्होंने नगर पंचायत फूलपुर के विकास के लिए लगातार कार्य करते रहे। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने कैफी आज़मी पायनियर कान्वेंट स्कूल, एलपीजे इंटर कालेज, कन्या इंटर कालेज की स्थापना की। पहले लॉक डाउन में सरकारी सुविधाएं पहुंचने से पहले ही नगर पंचायत द्वारा तहसील क्षेत्र के गरीबों तक सुविधाएं पहुचाने का कार्य किए। जिसकी हर तरफ चर्चा रही। क्षेत्र से राहत सामग्री के लिए फोन आने पर एसडीएम और तहसीलदार शिवप्रसाद जायसवाल की तरफ देखते थे।
शिवप्रसाद जायसवाल अपनी लोकप्रियता, सादगी और मिलनसार व्यक्तित्व के कारण लगातार अध्यक्ष पद पर काबिज रहे। 2017 के चुनाव के समय बीमार होते हुए भी बिना प्रचार में निकले अध्यक्ष पद का चुनाव जीते थे। उनका इस तरह से जाना आदर्श नगर पंचायत फूलपुर के लिए अपूर्णनीय क्षति है। सुबह से ही अधिकारी कर्मचारी, कई नगर पंचायतों के अध्यक्ष के साथ ही क्षेत्रीय लोगों द्वारा शोक संवेदना व्यक्त करने का सिलसिला चलता रहा। उनका अंतिम संस्कार दुर्वाषा धाम पर किया गया। मिजवां वेलफेयर सोसाइटी के उपप्रबंधक आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि शिवप्रसाद जायसवाल अभिभावक के रूप में हमेशा मार्गदर्शन करते रहे। काफी सरल और मिलनसार थे। उनके निधन से सोसाइटी के लिए अपूर्णनीय क्षति हुई है।
इमरजेंसी में रामनरेश यादव के साथ 19 माह तक रहे नैनी जेल : फूलपुर के शनिचर बाजार निवासी शिवप्रसाद जायसवाल का जन्म 1946 में हुआ था। वे एमए एलएलबी किये थे। पढ़ाई के दौरान ही राजनीति में रुचि होने के कारण शिब्ली नेशनल कालेज आजमगढ़ के अध्यक्ष पद का चुनाव जीते थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में इमरजेंसी के दौरान इन्हें जेल भेजा गया था। नैनी जेल में वे राजनारायण, कलराज मिश्रा और पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव के साथ 19 माह तक जेल में रहे। अपने पीछे 2 बेटी और 2 बेटे प्रतीक जायसवाल एवं अंसुमान जायसवाल का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
शबाना आजमी ने जताया शोक : शबाना आजमी ने ट्वीट कर उनको श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है कि- 'श्री शिव प्रसाद जायसवाल नगर अध्यक्ष फूलपुर एवं मिजवान वेलफेयर सोसायटी के शासी बोर्ड सदस्य के निधन से गहरा दुख हुआ।'