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निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने में कई जेई फिसड्डी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस पर वीडीए के वीसी ने दिए थे निर्देश

एनजीटी की सख्ती के बावजूद कई क्षेत्रों में निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने में विकास प्राधिकरण के कई अवर अभियंता फिसड्डी साबित हुए हैैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 04:14 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 04:14 PM (IST)
निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने में कई जेई फिसड्डी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस पर वीडीए के वीसी ने दिए थे निर्देश
निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने में कई जेई फिसड्डी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस पर वीडीए के वीसी ने दिए थे निर्देश

वाराणसी, जेएनएन। एनजीटी की सख्ती के बावजूद कई क्षेत्रों में निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने में विकास प्राधिकरण के कई अवर अभियंता फिसड्डी साबित हुए हैैं। इसे गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने सख्ती की है। उन्होंने सहायक अभियंताओं समेत अन्य अधिकारियों को सभी वार्डो में निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट के सत्यापन का निर्देश दिया है। ऐसे में  निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट नहीं होने की स्थिति में संबंधित वार्ड के जेई पर गाज गिरनी तय हैं। हालांकि कार्रवाई से बचने के लिए गुरुवार को सभी जेई अपने-अपने वार्ड में  निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगवाने के लिए परेशान थे।

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बढ़ते प्रदूषण को लेकर एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था। वहीं, बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक एसके गुप्त ने बढ़ते प्रदूषण के लिए वीडीए को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना था कि निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट नहीं होने से शहर की आबोहवा बिगड़ रही है।

इस क्रम में वीडीए उपाध्यक्ष ने सभी  वार्ड के जेई को निर्माणाधीन भवनों पर एक सप्ताह में हर हाल में ग्रीन मैट लगवाने का निर्देश दिया। इसका असर  मुख्य मार्गों के निर्माणाधीन भवनों पर तो दिखा लेकिन गलियों व कॉलोनियों में मनमानी जारी है। वहीं, सभी अवर अभियंताओं ने अपनी रिपोर्ट में लिख दिया कि ज्यादातर निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट लगा दिए गए हैं। इस रिपोर्ट पर संदेह हुआ तो वीसी ने सभी सहायक अभियंता समेत अन्य अधिकारियों को अलग-अलग क्षेत्रों में सत्यापन की जिम्मेदारी सौंप दी। वास्तविकता तो यह है कि सत्यापन अधिकारियों को कई निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन मैट नहीं मिले हैं लेकिन उनकी रिपोर्ट क्या होगी यह तो बाद की बात है। हालांकि टीम ने सत्यापन के दौरान कुछ भवनों की फोटो विभागीय वाट्सएप पर भेजी है।

सत्यापन को निकल सकते हैं वीसी निर्माणाधीन भवनों में ग्रीन मैट की हकीकत परखने के लिए वीडीए वीसी खुद निकल सकते हैं। फिलहाल उनको  सत्यापन रिपोर्ट का इंतजार है। वीडीए उपाध्‍यक्ष राहुल पांडेय ने कहा कि निर्माणाधीन सभी भवनों में हरहाल में ग्रीन मैट लगवाने का निर्देश सभी वार्ड के जेई को दिया गया है। ग्रीन मैट नहीं लगने के लिए जेई जिम्मेदार होंगे।


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