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सेनेटरी नैपकिन तीन सहेलियाें ने मेडिकल किट के साथ देने को बनाया अभियान का हिस्सा

शहर के बसंता कालेज फॉर वुमन की छात्राओं ने संवाद क्रम के साथ जागरूकता अभियान को गांव के कोने-कोने तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 12:54 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 01:37 PM (IST)
सेनेटरी नैपकिन तीन सहेलियाें ने मेडिकल किट के साथ देने को बनाया अभियान का हिस्सा
सेनेटरी नैपकिन तीन सहेलियाें ने मेडिकल किट के साथ देने को बनाया अभियान का हिस्सा

वाराणसी [अभिषेक शर्मा]। काशी में लड़कियों की सेहत को लेकर तीन सहेलियों द्वारा चलाई जा रही मुहिम अब रंग ला रही है। शहर के बसंता कालेज फॉर वुमन की छात्राओं ने संवाद क्रम के साथ जागरूकता अभियान को गांव के कोने-कोने तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। वहीं सेनेटरी नैपकिन डिस्ट्रिब्यूशन के लिए कई केंद्र भी खोले हैं। दिलचस्प बात यह है कि ये छात्राएं अभी स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। राष्ट्रीय स्तर पर भी इस पहल की सराहना की जा रही है। इनका उद्देश्य महिलाओं के साथ स्कूली बच्चियों को सेहत से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराना व उनकी दुविधाओं को दूर करना है। 

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अपनी चिंताओं को दूसरे के नजरिए से देखा: रिद्धिमा द्विवेदी, प्रियंका कक्कड़ और मोनिका सिंह ये तीनों छात्राएं बीए द्वितीय वर्ष की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। खुद की परेशानियों को आधी आबादी की चिंता मानकर कुछ करने का जज्बा मन में आते ही ठान लिया कि माहवारी पर महिलाओं व स्कूली बच्चियों की दुश्वारियों को दूर करके ही दम लेंगे।  मेंटर से प्रेरणा मिलने के बाद इनकी सोच को और मजबूती मिली। उन्होंने तय किया कि अब इसी दिशा में काम करना है। इसके बाद स्कूलों में जाकर बालिकाओं से परिचर्चा शुरु की और उनकी दुविधाओं को दूर करने का प्रयास भी किया।

स्कूल से लेकर पब्लिक टॉयलेट तक चलाया अभियान: सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने की चिंता उन जगहों पर महसूस की गई जहां इसकी सर्वाधिक जरूरत थी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 30 स्कूल और 20 पब्लिक टॉयलेट को चुना गया। जिले के आला अधिकारियों से  भी सहयोग मिलने के बाद 'माई हाइजीन माई राइट' अभियान ने रफ्तार पकड़ ली है। इनका मकसद और भी क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने और छात्राओं की सेहत से जुड़ी चिंताओं पर परिचर्चा करना है। 

अनोखे पहल को बनाया अभियान का हिस्सा : तीनों सहेलियों ने तय किया कि बात छात्राओं की सेहत से जुड़ी है तो मेडिकल किट में सेनेटरी नैपकिन भी फिट होना चाहिए। यही वजह है कि जिन विद्यालयों में मेडिकल किट वितरित किया उसमें सेनेटरी नैपकिन भी शामिल है। यह पहला मौका है जब मेडिकल किट में सेनेटरी नैपकिन को भी रखने को प्राथमिकता देते हुए अभियान का हिस्सा बनाया गया है।


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