वाराणसी में कलेक्ट्री फार्म के बफर गोदाम से ब्लॉक गोदामों पर गेहूं का बीज उपलब्ध कराया गया
धान की कटाई लगभग खत्म होने के बाद अब गेहूं की बोआई तेज हो गई है लेकिन ब्लॉक के गोदामों से बीज ही नदारद है।
वाराणसी, जेएनएन। धान की कटाई लगभग खत्म होने के बाद अब गेहूं की बोआई तेज हो गई है, लेकिन ब्लॉक के गोदामों से बीज ही नदारद है। इस खबर के प्रकाश में आने के बाद बुधवार को कलेक्ट्री फार्म स्थित बफर गोदाम से सभी ब्लॉक गोदामों पर गेहूं का बीज केंद्रों को भेज दिया गया। इसके बाद अब जिन किसानों के खेत खाली हो चुके थे उनको राहत मिली है। वैसे पूर्वांचल में खाद के स्टॉक की स्थिति ठीक है। हालांकि पोटाश किसानों को महंगे दामों में खरीदना पड़ रहा है। वहीं अगर धान क्रय केंद्रों की बात की जाए तो जिले के सभी केंद्रों पर सामान्य स्थिति है।
शहर के सबसे पास स्थित भूलनपुर क्रय केंद्र पर अभी खरीदारी ही नहीं शुरू हो पाई है। कर्मचारी यहां पर किसानों का इंतजार कर रहे हैं। काशी विद्यापीठ में स्थानीय विकास खंड के भूलनपुर स्थित धान क्रय केंद्र पर किसानों के न पहुंचने से अबतक धान की खरीददारी शुरू नहीं हो सकी। जबकि केंद्र पर पंखा, कांटा समेत सभी संसाधन मौजूद हैं। केंद्र का कुल 500 कुंटल खरीददारी का लक्ष्य है। गोदाम प्रभारी रतन कुमार ने बताया कि बहुत जल्द ही खरीददारी शुरू हो जाएगी। वहीं कलेक्टरीफार्म परिसर स्थित ब्लाकस्तरीय राजकीय कृषि बीज भंडार पर गेंहू व सरसों का बीज उपलब्ध है मगर मटर व चना का बीज नहीं है।
वहीं क्षेत्र में संचालित सघन सहकारी समितियों पर यूरिया आैर डीएपी तथा गेंहू के बीज तो उपलब्ध हैं मगर पोटाश की आपूर्ति विगत कई वर्षों से समितियों पर नहीं हो रही है। इसके चलते इसे किसान बाजार से खरीदने को विवश हैं। पोटाश एक पोषक तत्व है जिससे धान चमकदार होते हैं और पैदावार भी अच्छी होती है। जिला कृषि अधिकारी के अनुसार कलेक्ट्रीफार्म स्थित बफर गोदाम से सभी आठों सेंटरों पर गेहूं का बीज भेज दिया गया है। बताया कि किसानों के हित के लिए पूरा विभाग पूरी तरह के से जुटा हुआ है।