मिड डे मील बनाने के दौरान गंभीर रूप से झुलसी रसोइया ने दम तोड़ा, परिजनों ने किया अंतिम संस्कार Varanasi news
मध्याह्न भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव होने से झुलसी करोमा प्राथमिक विद्यालय की रसोइया अमरावती देवी (70) ने मंगलवार मंडलीय अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
वाराणसी, जेएनएन। मध्याह्न भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव होने से झुलसी करोमा प्राथमिक विद्यालय की रसोइया अमरावती देवी (70) ने मंगलवार मंडलीय अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आंगनबाड़ी सहायिका बीना देवी (45) को गंभीर हालत में बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया। दूसरी रसोइया कुमारी देवी व कक्षा एक विद्यार्थी विशाल का मंडलीय अस्पताल में ही इलाज चल रहा है। अमरावती के मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन व बड़ी संख्या गांव वाले बीएचयू स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर हुआ।
मुखाग्नि उनके भाई मटरू यादव ने दी। इस दौरान अमरावती के रिश्तेदार, शिक्षा, राज्य विभाग सहित विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। उधर हरहुआ के खंड शिक्षा अधिकारी डीपी सिंह पूरे दिन बीएचयू में डटे रहे। बताते चलें कि विद्यालय में सोमवार को मध्याह्न भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव होने से दो रसोइया, आंगनबाड़ी सहायिका व दो बच्चे सहित पांच लोग झुलस गए थे। अमरावती करीब 60 फीसद व बीना करीब 50 फीसद जल गईं। उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश बीएसए जय सिंह ने इसकी सूचना राज्य परियोजना के निदेशक विजय किरन आनंद को भी दे दी। उन्होंने रसोइया के परिजनों को हर संभव आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। कहा कि पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी ताकि आग कैसे लगी। इसकी सच्चाई सामने आ सके।
गांव में पसरा सन्नाटा : मौत की सूचना मिलते ही कोरमा गांव व स्कूल में मंगलवार को सन्नाटा पसरा रहा। पंजीकृत 137 बच्चों में से महज आठ बच्चे ही स्कूल आए थे। कुछ देर बाद वे बच्चे भी घर चले गए, जबकि हेडमास्टर सहित अन्य शिक्षक विद्यालय बंद होने के समय का इंतजार करते रहे। ऐसे में मंगलवार को पठन-पाठन ठप रहा।