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कोरोना संक्रमण के साथ बंद हुए स्‍कूल महीनों बाद खुले, जानिए क्‍या बनायी गई है व्‍यवस्‍था

महीनाें बाद वाराणसी में कोरोना संक्रमण काल के दौरान अनलॉक में प्रशासन की अनुमति के बाद स्‍कूल और कालेज सोमवार से खुल गए। स्‍कूलों में रौनक नजर आई तो प्रबंधन की ओर से संक्रमण से बचाव के लिए व्‍यापक इंतजाम भी नजर आए।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 09:58 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 01:54 PM (IST)
कोरोना संक्रमण के साथ बंद हुए स्‍कूल महीनों बाद खुले, जानिए क्‍या बनायी गई है व्‍यवस्‍था
स्‍कूलों में रौनक नजर आई तो प्रबंधन की ओर से संक्रमण से बचाव के लिए व्‍यापक इंतजाम भी नजर आए।

वाराणसी, जेएनएन। इस वर्ष मार्च माह के महीनाें बाद आज 19 अक्‍टूबर को वाराणसी में कोरोना संक्रमण काल के दौरान अनलॉक में प्रशासन की अनुमति के बाद स्‍कूल और कालेज सोमवार से खुल गए। स्‍कूलों में रौनक नजर आई तो प्रबंधन की ओर से संक्रमण से बचाव के लिए व्‍यापक इंतजाम भी नजर आए। शैक्षणिक अधिकारियों ने चक्रमण कर स्‍कूलों में कोरोना संक्रमण से बचाव की तैयारियों का जायजा लिया। स्‍कूलों में सैनिटाइजर, पर्याप्‍तदूरी और थर्मल स्‍कैनर अनिवार्य किया गया है। जबकि कक्षाआें में एक दूसरे से बैठने की पर्याप्‍त दूरी संग मास्‍क लगाए रखने की भी हिदायत दी गई है। साथ ही कई स्‍कूल कालेजों में अभिभावकों का सहमति पत्र भी डिमांड किया गया है ताकि अभिभावक भी कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर अपनी जिम्‍मेदारियों से भली भांति अवगत रहें।

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सात महीने बाद खुले स्कूल

कोरोना के चलते मार्च से ही बंद चल रहे स्कूल सात महीने बाद सोमवार से खुल गए। बच्चों के अाने से सूने पड़े स्कूल परिसर फिर से गुलजार हो गए और स्‍कूल की घंटियों ने रौनक की गवाही दी। हालांकि केवल 50 फीसद बच्चों को ही स्‍कूलों में बुलाया गया है। शेष 50 फीसद छात्र दूसरे दिन आएंगे। सभी छात्रों की गेट पर थर्मल स्कैनिंग की गई और मास्क को अनिवार्य किया गया है। कक्षाओं को पहले से ही सैनिटाइज कर दिया गया। प्रबंधकों के अनुसार यह नियमित होता रहेगा। कक्षाओं में विद्यार्थियों को दो गज की दूरी के साथ बैठाया गया। तो गेट पर ही छात्रों के हाथ भी सैनिटाइज कराए गए। काफी दिन बाद एक दूसरे से मिलकर बच्चे भी काफी खुश नजर आए। वहीं पूर्वांचल के विभिन्‍न जिलों में शिक्षा अधिकारियों ने चक्रमण कर स्‍कूलों और कालेजों में कोरोना संक्रमण रोकने के प्रयासों की जानकारी लेने के साथ आवश्‍यक हिदायत भी दी।

स्‍कूलों की पड़ताल

सोमवार को महीनों बाद स्‍कूल कालेज खुलते ही व्‍यापक स्‍तर पर परिसर में कोरोना संक्रमण रोकने की कवायद नजर आई। स्‍कूलों की जागरण ने पड़ताल की तो सभी जगह व्‍यापक सतर्कता नजर आई। रविंद्रपुर स्थित गोपी राधा बालिका इंटर कॉलेज में शारीरिक दूरी का ख्याल करते हुए कक्षाएं शुरू हुईं। कस्तूरबा बालिका विद्यालय महावीर मंदिर में पहुंची बालिकाओं को थर्मल स्कैंनिग के बाद प्रवेश दिया गया। उदय प्रताप पब्लिक स्कूल पहुंचे छात्र तो बिना अनुमति पत्र पहुंचने वाले छात्रों को बाहर ही रोक दिया गया। रानी मुरार बालिका विद्यालय में छात्राओं को थर्मल स्कैनिंग के बाद प्रवेश्‍ा दिया गया।

सोनारपुरा स्थित दुर्गा चरण बालिका इंटर कालेज में पर्याप्‍त शारीरिक दूरी का पालन कराया गया। कमच्छा स्थित सीएम एंग्लो बंगाली स्कूल में कक्षाएं शारीरिक दूरी के हिसाब से शुरू हुईं। वहीं उपनगर रामनगर में राधा किशोरी राजकीय बालिका इण्टर कालेज के प्रवेश द्वार पर सभी की थर्मल स्कैंनिग की गई। राजकीय बालिका इंटर कालेज में छात्राओं का हाथ सैनिटाइज कर्मचारियों ने कराया तो वहीं मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे डीआइओएस द्वितीय शिवकुमार ओझा ने जागरण को बताया कि व्‍यवस्‍थाओं का सभी जगह जायजा लिया जा रहा है।


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