पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के भ्रष्टाचार पर किताब लिखेंगे सरयू राय, झारखंड में सरकार को समर्थन गुण-दोष के आधार पर
झारखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा से विद्रोह कर जमशेदपुर (पूर्वी) सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को पराजित करने वाले निर्दलीय विधायक सरजू राय स्थायी सरकार के पक्षधर हैं।
वाराणसी, जेएनएन। झारखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा से विद्रोह कर जमशेदपुर (पूर्वी) सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को पराजित करने वाले निर्दलीय विधायक सरजू राय स्थायी सरकार के पक्षधर हैं। वह भी अस्थिर सरकार नहीं चाहते हैैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार को उसके गुण- दोष के आधार पर समर्थन देंगे। झारखंड के पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं निर्दलीय हूं और अपनी सीमा जनता हूं लेकिन तटस्थ नहीं रह सकता। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के भ्रष्टाचार पर किताब लिखूंगा ताकि जनता भी असलियत जान सके। इसके लिए मेरे पास पर्याप्त सामग्री है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैं रघुवर दास की सरकार में पांच वर्ष मंत्री था। सरकार के गलत काम के खिलाफ मंत्रिमंडल में भी आवाज उठता था। मैंने चेतावनी दी थी कि भ्रष्टाचार नहीं रुका तो सीएम रघुवर दास भी मधु कोड़ा की तरह जेल में होंगे।
सरयू राय शनिवार को दर्शन-पूजन के क्रम में वाराणसी में थे। उन्होंने भेलूपुर क्षेत्र स्थित एक होटल में जागरण प्रतिनिधि से बातचीत में कहा कि भविष्य में किसी भी पार्टी से जुडऩे या नया दल बनाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है। वह महात्मा गांधी व डा. राम मनोहर लोहिया के विचारों का प्रचार-प्रसार करेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड की कमान अब तीन युवा नेताओं अर्जुन मुंडा, हेमंत सोरेन व सुदेश महतो के हाथ में है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन युवा व क्षमतावान है। उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में झारखंड को नई दिशा मिलेगी और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। उन्होंने झारखंड में सीएए लागू करने के प्रश्न पर कहा कि इसे राष्ट्रहित में देखा जाना चाहिए। इससे जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरा चुनाव तो जनता ने लड़ा है। इसी का परिणाम है कि राज्य का मुख्यमंत्री निर्दलीय प्रत्याशी से हार गया। यह लोकतंत्र की मजबूती का प्रमाण है।
पूर्व मंत्री ने किया स्वागत
झारखंड के निर्दलीय विधायक सरजू राय का यहां पहुंचने पर पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल ने स्वागत किया। कुंवर सुरेश सिंह, पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह, नलिनीकांत मिश्र, प्रहलाद तिवारी आदि भी थे।