Sarnath Mini Zoo : Crocodile के लिए बने कृत्रिम तालाब में दुर्गंध युक्त पानी से पर्यटक परेशान
मां गंगा के वाहन मगरमच्छ की बदहाली अगर देखना हो तो सारनाथ मिनी जू अा सकते हैं। सारनाथ स्थित पक्षी बिहार केंद्र में घड़ियाल और मगरमच्छ कर कृत्रिम तालाब का पानी लगभग एक पखवारे से न बदले जाने से काई युक्त पानी होने के साथ दुर्गंध की स्थिति है।
वाराणसी, जेएनएन। भगवान शिव की नगरी काशी में ही मां गंगा के वाहन मगरमच्छ की बदहाली अगर देखना हो तो सारनाथ मिनी जू अा सकते हैं। सारनाथ स्थित पक्षी बिहार केंद्र में घड़ियाल और मगरमच्छ कर कृत्रिम तालाब का पानी लगभग एक पखवारे से न बदले जाने से काई युक्त पानी होने के साथ दुर्गंध की स्थिति है। जिससे दुर्गंध आने से पर्यटकों को रुकना मुश्किल हो जाता हैं।
पर्यटकों के मिनी जू में दो घड़ियाल व तीन मगरमच्छ के लिए अलग अलग बने दो कृत्रिम तालाब का पानी लगभग एक पखवारे से न बदलने से पानी काई युक्त हो गया है। जिससे दुर्गंध इतना है कि वहां पर्यटकों का खड़ा होना मुश्किल हो जाता है। पानी में न ही चूना डाल कर सफाई की गई न ही पानी बदला गया। लिहाजा यहां आने वाले पर्यटकों को नाक बंद करना पड़ता है। कोरोना काल मे 199 दिन बाद खुले मिनी जू में पर्यटकों की सख्या बढ़ रही है। यही स्थिति अन्य जलचर पक्षियों के बाड़ों की है। जहां वन कर्मी द्वारा जल चर पक्षियों को मछली दिया जाता है। मछलियां मरने से पूरे दिन बाड़ों से व्यापक स्तर पर बदबू आती रहती है। जबकि मिनी जू में प्रतिदिन लगभग 350 पर्यटक आ रहे हैं। वहीं वन कर्मी रामधन यादव का कहना है कि कृत्रिम तालाब का पानी जल्द ही बदला जाएगा। जबकि बारिश के बाद से ही पानी नहीं बदले जाने से पानी में सड़न की स्थिति हो गई है।
डियर पार्क की बाउंड्री गिरी, प्रस्ताव गया
पिछले दिनों सारनाथ स्थित पक्षी बिहार केंद्र के डियर पार्क की लगभग 50 फीट लंबी बाउंड्री गिर गयी। जिसके निर्माण के लिए वन विभाग ने लगभग तीन लाख का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय लखनऊ भेज दिया है। वन क्षेत्राधिकारी ए के उपाध्याय ने बताया कि ध्वस्त बाउंड्री व टापू लान के पास की टूटी बाउंड्री के निर्माण के लिए तीन लाख का प्रस्ताव बना कर वन विभाग मुख्यालय लखनऊ भेज दिया गया है ।