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बालू लदे ट्रैक्टर से भी होगी टोल वसूली, एनएचएआइ ने टोलप्लाजा को जारी किया आदेश

एनएचएआई की ओर से अब जिले में बालू लदे ट्रैक्टर से टोल वसूली की जाएगी। इस बाबत एनएचएआइ ने टोलप्लाजा को आदेश जारी किया है। पूर्व में ट्रैक्‍टरों के कृषि से जुड़े होने की वजह से काफी सहूलियत मिलती रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 13 Mar 2022 04:35 PM (IST)Updated: Sun, 13 Mar 2022 04:35 PM (IST)
बालू लदे ट्रैक्टर से भी होगी टोल वसूली, एनएचएआइ ने टोलप्लाजा को जारी किया आदेश
टोल प्‍लाजा के लिए यूपी में नए सिरे से रणनीति यूपी में बनी है।

वाराणसी [रवि पांडेय]। कृषि कार्य हेतु बनाये गए ट्रैक्टर का प्रयोग सबसे ज्यादा कामर्शियल हो गया है। ट्रैक्टर से सिंचाई कम गिट्टी, बालू, ईंट, मिट्टी, भूसा की ढुलाई काफी तेजी से की जा रही है। इससे होने वाले नुकसान को देखते हुए एनएचएआई ने टोलप्लाजा पर टोल वसूली के आदेश दिए हैं। जिसपर मिनी ट्रक से वसूले जाने वाले टोल के बराबर वसूली की जाएगी।

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वाराणसी से औरंगाबाद तक बने तीन टोलप्लाज़ा के हेड मनीष कुमार ने बताया कि दो से तीन दिन में यह शुरू कर दिया जाएगा। मनीष कुमार ने बताया कि बालू लदे ट्रैक्टर के कारण सड़कें खराब हो रही हैं। क्योंकि ट्रैक्टर से बालू गिरकर सड़क पर पिघले तारकोल और गिट्टी में मिलकर कमजोर कर देता है जिसके कारण सड़क उखड़ने लगती है।

मनीष कुमार ने बताया कि डाफी टोलप्लाज़ा से प्रतिदिन 400 से ऊपर ट्रैक्टर गुजरता है जिसमें 100 से ज्यादा बालू लदे होते हैं।ट्रैक्टर से टोल वसूली होने के कारण लोग काफी परेशान होंगे और दाम भी बढ़ेगा। मनीष कुमार ने बताया कि कोरोना की समस्या कम होने के कारण पिछले एक महीने से निर्माण कार्य मे काफी तेजी आई है जिसका कारण है कि 17 से 18 हजार प्रतिदिन गुजरने वाली गाड़ियों की संख्या 20 हजार के ऊपर हो गई हैं।

ओवरलोड गाड़ियों की बढ़ी संख्या : सरकार ने ओवरलोड चलने वाली गाड़ियों से 10 गुना तक लगने वाला जुर्माना हटाकर सिर्फ मामूली वसूली बढ़ाई है जिसके बाद टोलप्लाज़ा पर गाड़ियों की संख्या प्रतिदिन चार हजार के पार हो गई है। ओवरलोड न दिखे इसके लिए ट्रांसपोर्टर और ट्रक चालक ऊपर से तिरपाल लगाकर ढक दे रहे हैं। ओवरलोड गाड़ियों की बढ़ती संख्या को लेकर एनएचएआई और टोल वसूली करने वाली कंपनी के अधिकारी परेशान हैं। सोनभद्र, मिर्जापुर बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड से आने वाले लाल बालू, गंगा बालू, मोरंग, गिट्टी, बोल्डर, कोयला लादकर चलने वाली गाड़ियों की संख्या काफी है।

फर्जी या बिना नंबर चल रही ओवरलोड ट्रकें : गिट्टी ,बालू और मोरंग में चलने वाली ओवरलोड गाड़ियां गंगा पुल पर ही गाड़ी से फास्टैग हटा देते हैं जिससे सिर्फ टोल वसूली से कुछ ज्यादा पैसे देकर पार हो जाते हैं।ट्रक खाली जाते समय फास्टैग लगाकर चलते हैं ताकि जुर्माना न लगे। टोलप्लाज़ा हेड मनीष कुमार ने बताया कि 15 फीसद ओवरलोड ट्रकें बिना नंबर या गलत नंबर लगाकर चलती हैं। परिवहन विभाग टोलप्लाज़ा के नंबरो के आधार पर चालान कर देता है जिसके बाद कई ट्रक और कार चालक टोलप्लाजा पर आकर झगड़ा करते हैं।सरकार द्वारा दी गई छूट का लोग गलत फायदा उठाते हैं।


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