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सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमग होगा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, सात भवनों में सोलर पैनल

Sampurnanand Sanskrit University illuminated by solar energy संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय शीघ्र ही सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमग होगा। विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय कार्यालय पाणिनी भवन परीक्षा भवन समेत सात भवनों को सोलर पैनल से आच्छादित किया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 09:53 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 09:53 PM (IST)
सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमग होगा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, सात भवनों में सोलर पैनल
केंद्रीय कार्यालय, पाणिनी भवन, परीक्षा भवन समेत सात भवनों को सोलर पैनल से आच्छादित किया गया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय शीघ्र ही सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमग होगा। विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय कार्यालय, पाणिनी भवन, परीक्षा भवन समेत सात भवनों को सोलर पैनल से आच्छादित किया गया है। नेडा की ओर से लगाए 357 किलोवाट का प्लांट तैयार किया जा चुका है। इस सप्ताह के अंत तक विश्वविद्यालय प्रशासन को हैंडओवर करने की तैयारी है। इस प्लांट की स्थापना से विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रति वर्ष 39 लाख 98 हजार रुपये का बिजली बिल का बचत होगा। इस प्लांट पर कुल एक करोड़ से अधिक खर्च आया है। प्लांट 25 साल तक गारंटी अवधि में होगा। नेडा की ओर से इस वित्तीय वर्ष में यह सबसे बड़े प्लांट की स्थापना की सूची में शामिल है।

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अब तक लगे बड़े प्लांट : नेडा की ओर से पीएसी भूल्लनुपर में 270 केवी, विकास भवन में 75 केवी, कमिश्नरी कंपाउंड में 35 केवी, कैंटोमेंट में 50 केवी, एसएमएस में 200 केवी, काशी इंस्टीट्यूट में 200 केवी का प्लांट लगाया गया है। इसके अलावा सेकी की ओर से भी कई बड़े प्लांट सौर ऊर्जा के लगाए गए हैं। इसके अलावा हजारों घरेलू उपभोक्ताओं की ओर से भी सौर ऊर्जा के प्लांट लगाए गए हैं। इसमें दो से पांच किलोवोट क्षमता वालों की संख्या अधिक है।

सौर ऊर्जा से 54 हजार यूनिट प्रतिदिन बिजली उत्पादन : जिले में सौर ऊर्जा से प्रतिदिन 54 हजार यूनिट बिजली जनरेट हो रही है। इस ऊर्जा का उपयोग उपभोक्ता कर रहे हैं। इसमें बहुत ही इजाफा की गुंजाइश है। सरकार इस लगाने के लिए अच्छी खासी सब्सिडी मुहैया करा रही है।

दो किलोवाट के क्षमता के प्लांट से दस यूनिट बिजली : सोलर पैनल पर अगर 10 घंटे की धूप पड़ेगी तो दो किलोवाट की क्षमता का सोलर प्लांट से रोजाना करीब 10 यूनिट बिजली बनेगी। जरूरत भर इस्तेमाल कर आप शेष बिजली आप ग्रिड के जरिए सरकार या कंपनी को बेच भी सकते हैं।

सोलर पैनल पर केंद्र 40 फीसद व राज्य से 30 फीसद सब्सिडी : दो किलोवाट के आन ग्रिड सोलर पैनल की लागत करीब एक लाख तीस हजार के आसपास है। इसमें सोलर पैनल,इंस्टालेशन, मीटर और इनवर्टर आदि शामिल हैं। केंद्र सरकार के अक्षय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से सीधे 40 फीसदी तथा यूपी सरकार की ओर से 30 हजार रुपये की छूट दी जा रही है। इस तरह दो किलोवाट तक के सौर ऊर्जा पैनल लगवाने में 60-70 हजार रुपये अदा करने पड़ेंगे। मेंटेनेंस पर कोई खर्च नहीं है। साथ ही कंपनी 25 साल तक की गारंटी भी देने की बात कही रही है।

बोले अधिकारी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में 357 किलोवोट का प्लांट तैयार हो चुका है। इस सप्ताह में हैंडओवर कर दिया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। -आरवी सिंह, परियोजना अधिकारी नेडा।


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