कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति के रवैये से अध्यापकों, कर्मचारियों व छात्रा
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति के रवैये से अध्यापकों, कर्मचारियों व छात्रों में भी रोष है। कर्मचारियों ने सात अक्टूबर से आंदोलन की चेतावनी दी है। कर्मचारियों के आंदोलन को छात्रों व अध्यापकों ने भी समर्थन किया है। ऐसे में 27 अक्टूबर को होने वाले दीक्षा समारोह की तैयारी पर असर पड़ सकता है। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशील तिवारी ने कहा कि गुरुवार को अवकाश के बावजूद प्रभाष द्विवेदी को कुलसचिव पद से हटाना गलत है। छह अक्टूबर को विश्वविद्यालय में साप्ताहिक अवकाश है। विवि के पास कर्मचारियों व शिक्षकों के वेतन के लिए पैसे नहीं हैं। वहीं कुलपति 72 और अध्यापकों की नियुक्ति करने जा रहे हैं वह भी नियमों की अनदेखी कर। पहले कुलपति को शासन से वेतन के लिए अनुदान मांगना चाहिए।
इसी क्रम में अध्यापक परिषद के महामंत्री प्रो. शैलेश कुमार मिश्र का कहना है कि पांच सितंबर को राजभवन ने सभी राज्य विश्वविद्यालय को नए नियम के तहत अध्यापकों की नियुक्ति करने का निर्देश दिया है। कुलपति कुलाधिपति का भी आदेश नहीं मान रहे हैं। इसके पीछे अपने चहेतों की नियुक्ति करना है। कहा कि अध्यापक परिषद कर्मचारी संघ के आंदोलन को पूरा समर्थन देगा।
28 से बुलाई चयन समिति
अध्यापकों, कर्मचारियों व छात्रों के प्रबल विरोध के बावजूद कुलपति ने नियुक्ति के लिए 28 अक्टूबर से चयन समिति बुलाने का निर्णय लिया है।