पेट्रोलियम मंत्री के बयान पर भड़के सपा कार्यकर्ता, वाराणसी में बैलगाड़ी पर बैठ कर किया प्रदर्शन
पेट्रोलियम मंत्री के बयान पर वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भड़क गए और शुक्रवार को बैलगाड़ी पर बैठ कर प्रदर्शन किया।
वाराणसी, जेएनएन। पेट्रोलियम मंत्री के बयान पर वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भड़क गए और शुक्रवार को बैलगाड़ी पर बैठ कर प्रदर्शन किया। कहना था कि डीजल-पेट्रोल के मूल्य में बढ़ोतरी से किचन का बजट गड़बड़ा गया है और पेट्रोलियम मंत्री इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि डीजल- पेट्रोल के दामों पर नियंत्रण अब हमारे हाथ में नहीं है। इस पर सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। इसके विरोध में जिला मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश यादव व राघवेंद्र जायसवाल गोलू के नेतृत्व में बैलगाड़ी पर बैठकर डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कार्यकर्ताओं के साथ वाराणसी के चौबेपुर बाजार में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में राघवेंद्र जायसवाल गोलू, सोनू सेठ, पीयूष यादव, गोल्डी सोनकर, चंदू यादव, संजय यादव 'चाचू', सोनू जायसवाल, नरसिंह यादव आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।
कांग्रेसजनों ने रखा उपवास, ट्राली पर खींची बाइक
प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी कांग्रेस ने पोल खोल अभियान के तहत बीते गुरुवार को कचहरी स्थित शास्त्री घाट पर उपवास रखा। सुबह नौ बजे ही जिला व महानगर के कार्यकर्ता पहुंच गए थे। इसमें फ्रंटल संगठन भी शामिल हुए। इस दौरान पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि के खिलाफ भी आवाज बुलंद करते हुए ट्राली पर बाइक रखकर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने खींचा। इस दौरान जिला मुख्यालय तक जाने की कोशिश करने पर पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की हुई। पोल खोल आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय व पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्र ने किया।
घोटाले की उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग
डीजल व पेट्रोल के दामों में बेतहाशा वृद्धि, 69000 शिक्षक भर्ती व पशुपालन विभाग में हुए घोटाले की निंदा करते हुए उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की। प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार व अपराध वृद्धि का आरोप लगाया। उपवास के दौरान महात्मा गांधी की फोटो के साथ केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एसीएम चतुर्थ मौके पर पहुंचे। कांग्रेस पदाधिकारियों ने उन्हें राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।