पाकिस्तान के सेंधा नमक का संतों ने किया बहिष्कार, बोले सोमवार से होगा सिर्फ फलाहार Varanasi news
काशी के संतों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंध पर पाबंदी की बात कही है।
वाराणसी, जेएनएन। काशी के संतों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंध पर पाबंदी की बात कही है। संतों ने पाकिस्तान की इस धमकी के बाद शुक्रवार को एक आपात बैठक बुलाई और पोस्टर जारी करते हुए पाकिस्तान से आने वाले सेंधा नमक का बहिष्कार कर दिया। नगवा स्थित दुर्गा मठ में दर्जनों की संख्या में दंडी स्वामियों ने बैठक की। अध्यक्षता कर रही साध्वी गीताम्बरा ने संतों से व्रत के दौरान फलाहार में प्रयोग करने वाले सेंधा नमक के बहिष्कार की बात कही।
सेंधा नमक के बहिष्कार का प्रस्ताव सभी संतों की सर्वसम्मति से पास किया। इस मौके पर साध्वी गीताम्बरा ने पोस्टर जारी कर इस सोमवार से इसकी शुरुआत करने की बात कही है। पोस्टर के जरिए काशी की जनता से भी अपील की है कि इस सोमवार से बिना नमक का फलाहार करें। इस प्रस्ताव को लेकर साधु समाज ने तय किया है कि इस बाबत आम जनता से बात करने के बाद पूरे भारत में बहिष्कार का अनुरोध किया जाएगा।
- पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही व्यापार प्रभावित बता दें कि त्योहारों पर फलाहार में जिस सेंधा नमक का उपयोग होता है और सूखे मेवे में शामिल छुहारा पाकिस्तान में पैदा होते हैं। पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में भारत सरकार ने पाकिस्तान से व्यापारिक रिश्तों को सख्त कर दिया है। काशी के व्यापारियों ने भी सेंधा नमक और छुहारे का आयात पाकिस्तान से बहुत हद तक बंद कर दिया है।
- रोज 500 किलो नमक की बिक्री सेंधा नमक पाकिस्तान के झेलम जिले की खेवरा, वारछा और कालाबाग क्षेत्र की चट्टानों से आता है। कारोबारियों ने बताया कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सेंधा नमक का आयात बहुत हद तक बंद कर दिया है। थोक बाजार से हर दिन 500 किलो सेंधा नमक की बिक्री होती है। आयात प्रभावित होने से सेंधा नमक के दाम पहले से ही बढ़ें हैं। छह रुपये प्रतिकिलो की जगह 15 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है।
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