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पूर्वांचल में बारिश ने धान क्रय केंद्रों पर रखरखाव की खोल दी कलई, कई केंद्रों पर धान के बोरे भीगे

पूर्वांचल में देर रात से रह रहकर जारी बरसात की वजह से कई जिलों में खुले में रखा धान पूरी तरह से भीग गया जिसकी वजह से अब अनाज भी सड़ने लगा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 04:11 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 04:11 PM (IST)
पूर्वांचल में बारिश ने धान क्रय केंद्रों पर रखरखाव की खोल दी कलई, कई केंद्रों पर धान के बोरे भीगे
पूर्वांचल में बारिश ने धान क्रय केंद्रों पर रखरखाव की खोल दी कलई, कई केंद्रों पर धान के बोरे भीगे

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में देर रात से रह रहकर जारी बरसात की वजह से कई जिलों में खुले में रखा धान पूरी तरह से भीग गया, जिसकी वजह से अब अनाज भी सड़ने लगा है। दरअसल धान खरीद केंद्रों पर इन दिनों धान की खरीदारी लगातार जारी है। जबकि रखरखाव के अभाव की वजह से खुले में कई केंद्रों में रखा धान भीगने के बाद अब पूरा धान खराब होने की स्थिति में आ चुका है। जबकि दिसंबर माह में हुई बरसात में भी काफी धान प्रभावित हो चुका है।

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प्रशासन‍िक लापरवाही के चलते पूर्वांचल के कई जिलों में बारिश की वजह से सरकारी खरीद के बाद खुले में रखा धान भीग रहा है। गुरुवार की देर रात से शुरू बरसात की वजह से सोनभद्र में कोन लैम्पस में खुले में रखा धान बारिश से पूरी तरह से भीग गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों की निगाह के सामने ही उचित रखरखाव के अभाव के बीच इस तरह सरकारी धान खरीद के बाद इसके सड़ने या काला पड़ने की संभावना अधिक है। फ‍िलहाल पखवारे भर तक कोहरे के बीच भीगा धान अगर समय से नहीं सूख सका तो कई कुंतल धान प्रभावित केंद्राें में सड़ने की कगार पर पहुंच चुका है।  

दूसरी ओर पूर्वांचल के अन्‍य जिलों के खरीद केंद्रों पर भी अमूमन यही हाल है। खरीद केंद्रों पर कर्मचारियों की उदासीनता और रखरखाव को लेकर लापरवाही की वजह से धान के बोरे अब प्रभावित होने लगे हैं। कई जगहों पर धान के बोरों में रखा अनाज अंकुरित भी होने लगा है। ऐसे में इस बार देरी से उपज के बाद खरीद केंद्रों में देर से पहुंची फसल भी खराब होने के कगार पर आ चुकी है। ऐसे में पूर्वांचल से इस बार अच्‍छी बारिश के बाद भी धान का उत्‍पादन प्रभावित होना तय है। वहीं बारिश ने खरीद केंद्रों की भी कलई खोल कर रख दी है। 


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