विद्यालय से नहीं सरोकार फिर भी शिक्षक पुरस्कार, आरटीआइ से मिली सूचना से उजागर
भदोही जिले में एक ऐसे शिक्षक को राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया है जिसकी अब तक के कार्यकाल में एक भी दिन किसी विद्यालय पर नियुक्ति ही नहीं हो सकी है।
भदोही [स्वाधीन तिवारी] : विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार हाल के वर्षों में सवालों के घेरे में रहे हैं। इसी कड़ी में अब एक नया नाम राज्य और केंद्र सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिए जाने वाला शिक्षक पुरस्कार का है। कालीन नगरी के एक ऐसे शिक्षक को राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया है जिसकी अब तक के कार्यकाल में एक भी दिन किसी विद्यालय पर नियुक्ति ही नहीं हुई। सीधा सवाल है कि जिस अध्यापक ने पुरस्कार प्राप्ति की अवधि के दौरान एक दिन भी शिक्षण कार्य न किया हो उसे किस नियम के आधार पर यह पुरस्कार दिया गया।
दरअसल, वर्ष 2010 से 2018 तक बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात राष्ट्रीय व राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त अध्यापकों की सूची सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के तहत अपर निदेशक, विंध्याचल मंडल से मांगी गई थी। इसमे मंडल के सोनभद्र, भदोही व मीरजापुर जनपदों में तैनात इन शिक्षकों का नाम पता, शैक्षिक योग्यता, तैनाती वाले विद्यालय में उत्कृष्ट योगदान व तैनाती स्थल की उपस्थिति पंजिका समेत अन्य कई बिंदु शामिल थे। मांगी गई जानकारी के संबंध में अपर निदेशक बेसिक शिक्षा विंध्याचल मंडल ने तीनों जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।
खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से चौंकाने वाली सूचना उपलब्ध कराई गई। खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानपुर के पत्र पर गौर करें तो जनपद में वर्ष 2010 से अब तक कुल तीन शिक्षकों में से एक शिक्षक को राष्ट्रपति व दो शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया है। राज्य पुरस्कार प्राप्त वालों में से एक शिक्षक मजीदुल्ला खान की पुरस्कार प्राप्ति अवधि के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में तैनाती रही फिर भी उनके शिक्षण कार्य के आधार पर विभागीय स्तर से पुरस्कार के लिए संस्तुति कर दी गई।
प्रशिक्षण के आधार पर मिल सकता पुरस्कार
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अमित कुमार सिंह ने कहा कि यदि कोई शिक्षक बीआरसी पर तैनाती की अवधि में प्रशिक्षण कार्यों में उत्कृष्ट योगदान कर रहा है, तो उसे शिक्षक पुरस्कार के लिए विभागीय स्तर से संस्तुति की जा सकती है।