आरएसएस की बैठक में 25 को अयोध्या कूच की तैयारी पर मंथन
संघ की बैठक के दौरान 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित धर्मसभा में वृहद स्तर पर हिंदुओं की सहभागिता को लेकर भी चर्चा हुई।
वाराणसी (जेएनएन)। भगवान राम की नगरी में 25 नवंबर को राम मंदिर के निर्माण को लेकर होने वाले संत समागम पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी बेहद गंभीर है। वाराणसी में कल से संघ प्रमुख की छह राज्यों के प्रचारकों की बैठक में इस मामले पर भी जोरदार मंथन हुआ।
राममंदिर के मुद्दे को लेकर पूरे देश में चल रही चर्चा के बीच वाराणसी में कल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कार्य विभाग प्रचारक वर्ग की बैठक में संघ के विस्तार के बीच राष्ट्र निर्माण पर मंथन किया। संघ की बैठक के दौरान 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित धर्मसभा में वृहद स्तर पर हिंदुओं की सहभागिता को लेकर भी चर्चा हुई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य विभाग प्रचारक वर्ग की छह दिनी बैठक में शामिल होने रविवार की देर शाम पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत 16 नवंबर तक उत्तर भारत के छह प्रांतों के 250 प्रचार प्रमुखों के साथ राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका, राममंदिर निर्माण के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के साथ ही जल संचयन पर संदेश देंगे। पहले सत्र में संघ प्रमुख भागवत ने संघ की शाखाओं के विस्तार, भाजपा शासित राज्यों में सरकार की कार्यप्रणाली, जनता के फीडबैक को लेकर चर्चा की।
यहां के कोइराजपुर में व्यास बाग में निर्माणाधीन संत अतुलानंद स्कूल परिसर में संघ के प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत छह प्रांतों से विभिन्न वर्ग के 250 प्रचारक जुटे हैं।
संघ से जुड़े सूत्रों के अनुसार विहिप की ओर से आयोजित धर्मसभा में संघ भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इनका प्रयास है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग अयोध्या पहुंचे। काशी से भी 50 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने की तैयारी की जा रही है। विहिप के साथ ही संघ भी राम मंदिर निर्माण को लेकर मुखर हो गया है। अयोध्या के साथ ही दिल्ली, नागपुर और बेंगलुरू में हिंदुओं को एकजुट करने के लिए धर्म सभा के साथ ही जन आग्रह सभा का आयोजन किया जा रहा है।