वाराणसी कमिश्नरेट में आटो और ई-रिक्शा का तय होगा रूट, यूनियनों का नगर निगम ने मांगा लिखित पक्ष
वाराणसी में आटो व ई रिक्शा की संख्या को नियंत्रित करने की योजना है। जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। शहर के मध्य स्थल को पहले चुना गया है। इसके बाद बाहरी इलाकों पर भी काम शुरू किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू करने के लिए अब आटो व ई-रिक्शा का रूट तय किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम, परिवहन विभाग व कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस ने कमर कसी है। गुरुवार को इसको लेकर तीनों विभागों की संयुक्त बैठक हुई, जिसमें रूट निर्धारण को जल्दी व कड़ाई से लागू करने पर सहमति बनी। इसके लिए आटो व ई-रिक्शा यूनियनों से भी नगर निगम ने बात शुरू करते हुए उनसे लिखित पक्ष मांगा है।
सबसे पहले शहर के व्यस्ततम इलाकों में इसे प्रभावी किया जाएगा। कुछ मार्गों को वन-वे भी किया जाएगा। अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय ने बताया कि बेनियाबाग, कोतवाली, मैदागिन, सिगरा, कैंट, लंका, भेलूपुर, तेलियाबाग, लहुराबीर वाले इलाके पहले चरण में कवर किए जाएंगे। उसके बाद शहर के आउटर इलाके कवर होंगे।
हर रूट का एक रंग भी होगा निर्धारित
तैयारी है कि हर रूट का एक रंग भी आटो का निर्धारित किया जाएगा ताकि उससे पुलिस विभाग को उन्हें पहचानने व मार्ग निर्धारण का पालन सुनिश्चित कराने में आसानी होगी। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि शहरी हिस्से में वहीं पैडल रिक्शे वाले चलेंगे जो नगर निगम में रजिस्टर्ड होंगे।
सुविधा के लिए रूट प्लानिंग
एडीसीपी यातायात दिनेश कुमार पुरी ने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए रूट प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए स्थलीय निरीक्षण भी किया जा रहा है। विभिन्न रूटों पर श्रद्धालु व चिकित्सा सेवा के लिए बाहर से लोग आते हैं। उन्हें भी असुविधा न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा। देखने में आ रहा है कि कुछ रूटों पर आटो व ई रिक्शा की भीड़ लग जा रही है। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है।
ऐसे में आटो व ई रिक्शा की संख्या को नियंत्रित करने की भी योजना है। जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। शहर के मध्य स्थल को पहले चुना गया है। इसके बाद बाहरी इलाकों पर भी काम शुरू किया जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और अवैध रूप से चलने वाले आटो व ई रिक्शा भी चिह्नित किए जा सकेंगे।