Move to Jagran APP

रमजान के तीसरे गुरुवार को औलिया-ए-कराम के दर पर पेश हुई तहजीब की मिसाल

रमजान के तीसरे गुरुवार को घरों और मस्जिदों में अजान की सदा गूंजते ही इफ्तार किए गए। साथ ही औलिया-ए-कराम के आस्तानों पर भी रोजेदारों ने हाजिरी लगाते हुए रोजा खोला।

By Edited By: Published: Fri, 24 May 2019 01:37 AM (IST)Updated: Fri, 24 May 2019 09:33 AM (IST)
रमजान के तीसरे गुरुवार को औलिया-ए-कराम के दर पर पेश हुई तहजीब की मिसाल
रमजान के तीसरे गुरुवार को औलिया-ए-कराम के दर पर पेश हुई तहजीब की मिसाल

वाराणसी, जेएनएन। रमजान के तीसरे गुरुवार को घरों और मस्जिदों में अजान की सदा गूंजते ही इफ्तार किए गए। साथ ही औलिया-ए-कराम के आस्तानों पर भी रोजेदारों ने हाजिरी लगाते हुए रोजा खोला। रोजेदारों ने बुजुर्गाने-दीन के दर पर फातेहा पढ़ा, जियारत की। अपने अजीजों व मुल्क के अमनो-आमान व सौहा‌र्द्र के सलामती की दुआएं मांगी। इसके बाद आस्तानों पर इफ्तार के लिए दस्तरख्वान सजाई गई। मस्जिदों से अजान की सदाएं फिजा में गूंजते ही रोजेदारों ने खजूर व शरबत संग रोजा खोला।

loksabha election banner

इसके बाद लजीज व्यंजनों का लुत्फ लिया। वहीं मगरिब बाद लोगों ने शीरीनी की फातेहा करा कर तबर्रुक तक्सीम किए। सामूहिक रोजा इफ्तार में अन्य धर्मावलंबियों ने दस्तरख्वान पर रोजेदारों का साथ देकर गंगा-जमुनी तहजीब को रवानी दी। सर्किट हाउस परिसर स्थित हजरत बाबा लाटशाही के दर, बाबा बहादुर शहीद की दरगाह, हजरत शाह तैयब शाह बनारसी के आस्ताने, हजरत चंदन शहीद, हजरत याकूब शहीद की मजार पर अकीदतमंदों का सैलाब दिखा।

वहीं हजरत शहाबुद्दीन शाह बाबा, हजरत नूरैन शाह, हजरत भोले शाह दीवान, हजरत मलंग शहीद, हजरत बाबा मुश्किल आसान शाह, हजरत बिजली शहीद, हजरत रहीम शाह बाबा, हजरत बाबा पंजाबी शाह, हजरत खाकी शाह बाबा, हजरत बाबा फरीद, हजरत बाबा बुलाकी शहीद, हजरत मख्दूम ताजुद्दीन शाब बाबा, हजरत मखदूम शहीद-बजरडीहा, हजरत फकरुद्दीन शहीद, हजरत अल्वी शहीद, हजरत नूरुद्दीन शहीद, हजरत बाबा जाहिद शहीद, हजरत बाबा बहादुर शहीद, दरगाहे फातमान आदि पर अकीदतमंदों ने हाजिरी दी।

बरकतों का महीना रमजान

रमजानुल मुबारक का महीना बरकतों वाला है। इसका दूसरा अशरा बेइंतिहा सवाब हासिल करने का है। गुनाहों से तौबा करने के साथ ही मुसलमान इस बात पर जोर देते हैं कि जिंदगी किस तरह बिताई जाए। मुसलमानों को समाज के वंचित तबके के लिए भी काम करने की जरूरत है, ताकि उनका भी भला हो सके। इस्लाम की बुनियादी शिक्षा भी हमें यही हिदायत देती है कि हमेशा अपने पड़ोसियों का ध्यान रखें, वह चाहे किसी भी मजहब का मानने वाला ही क्यों न हो। - मौलाना रिजवानुल्लाह नोमानी

मरियम के आंगन में कल गूंजेगी अजान

इफ्तार की दस्तरख्वान भी सजेगी, अजान होगी और नमाज भी अदा की जाएगी, वह भी मरियम के आंगन में। जी हां, आपने सही पढ़ा। छावनी क्षेत्र स्थित बिशप हाउस परिसर में शनिवार को वाराणसी धर्मप्रांत के अध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की ओर से सामूहिक रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया है। इसमें जहां रोजेदार इफ्तार के लिए जुटेंगे, वहीं इसाई धर्म गुरु अपने हाथों से इफ्तार का दस्तरख्वान सजा कर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करेंगे। बिशप हाउस परिसर में ही अजान दी जाएगी। यहीं रोजेदार रोजा खोलेंगे व मगरिब की नमाज अदा करेंगे। बिशप यूजीन जोसेफ की अगुआई में होने वाली दावते-इफ्तार की व्यवस्था फादर चंद्रकांत कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.