सीवर सफाई के दौरान मजदूरों की मौत रोकने के लिए सीवर लाइन की सफाई करेगा रोबोट varanasi news
सीवर सफाई के दौरान हो रही मजदूरों की मौत को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने नई तकनीक को अपनाने का मन बना लिया है।
वाराणसी, जेएनएन। सीवर सफाई के दौरान हो रही मजदूरों की मौत को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने नई तकनीक को अपनाने का मन बना लिया है। इस क्रम में रोबोट से सीवर सफाई की तैयारी चल रही है। रोबोट से सीवर सफाई की तकनीक अभी केरल, तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश में अमल में लाई जा रही है। कमिश्नरी सभागार में बुधवार को आयोजित कार्यशाला के दौरान शहरी विकास मंत्रालय की ओर से विशेषज्ञों ने जब रोबोट से सीवर लाइन की सफाई की जानकारी दी तो कमिश्नर दीपक अग्रवाल, महापौर मृदुला जायसवाल समेत नगर निगम प्रशासन ने खासी दिलचस्पी दिखाई।
नगरीय स्वच्छता अभियान की अगुवाई कर रहे अजय कुमार सिंह ने कहा कि पहले रोबोट की कार्यशैली का डेमो दिखाएं, फिर अपनाने पर विचार किया जाएगा। केरल में जेन रोबोटिक्स, तिरुवनंतपुरम द्वारा बैंडिकूट नामक रोबोट विकसित किया गया है। जो केरल, आध्र प्रदेश, तमिलनाडु में उपयोग में लाया जा रहा है। जेन रोबोटिक्स द्वारा विकसित अर्द्ध-स्वचालित रोबोट बैंडिकूट को केवल मैनहोल के पास सड़क पर खड़े होने के लिए एक मानव ऑपरेटर की आवश्यकता होगी। ऑपरेटर की आवश्यकता केवल नेविगेशन के लिए होगी, वह भी तब जब मैनहोल गैर-मानक आकार का हो या नीचे कई सीवर लाइनें हों। शहरी विकास मंत्रालय दिल्ली से आए केके भगत ने बताया कि मानवीय तरीके से जोखिम भरी सफाई प्रतिबंधित है। नगर निगम व नगर पालिकाएं सीवर टैंकों की साफ-सफाई वाले कार्मिकों को समुचित प्रशिक्षण दें।
प्रशिक्षणयुक्त कार्मिक ही सीवर टैंकों की सफाई का कार्य करें। इस दौरान सुरक्षा मानक अपनाए जाएं। सीवर सफाई में दुर्घटना में यदि किसी कार्मिक की आकस्मिक मृत्यु होती है तो उसके परिवार को तत्काल 10 लाख की आर्थिक सहायता का प्रावधान है। नगर निगम व नगर पालिकाओं को सीवर टैंक साफ- सफाई उपकरणों की खरीद के लिए कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध है। सफाई कर्मियों को विभिन्न लाभकारी योजनाओं में नगण्य ब्याज पर ऋण सुविधा की व्यवस्था है। दिल्ली से आए संयुक्त परामर्शदाता जेबी रविंद्र ने नगर निकायों में साफ-सफाई व उसके परीक्षण आदि के टिप्स दिए।