केदारघाट पर धर्मोत्सव, गंगा की 108 दीपों से आरती के साथ धर्म उत्थान का शंखनाद
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज को ज्योतिष पीठ एवं द्वारका शारदा पीठ का संयुक्त शंकराचार्य घोषित करने पर धर्मोत्सव का आयोजन किया ।
वाराणसी (जेएनएन) । सुप्रीम कोर्ट द्वारा जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज को ज्योतिष पीठ एवं द्वारका शारदा पीठ का संयुक्त शंकराचार्य घोषित करने पर सनातन धर्मियों ने केदारघाट पर धर्मोत्सव का आयोजन किया । शंकराचार्य घाट पर पूज्यपाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने गंगा जी का षोडशोपचार पूर्वक पूजन किया तत्पश्चात मां गंगा की 108 दीए से आरती की। उसके बाद 51 शंखों के द्वारा शंखनाद कर सनातन धर्म के उत्थान की मंगल कामना की और आतिशबाजी कर हर्षोल्लास किया।
कार्यक्रम स्थल पर धर्म सभा का आयोजन जिसको सम्बोधित करते हुए पूज्यपाद स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि बहुत दिनों बाद सनातन धर्मियों को एक सुखद समाचार प्राप्त हुआ है जो आने वाले दिनों में सनातन धर्म को पुष्ट करेगा सम्पूर्ण विश्व सनातन वैदिक हिन्दू परम्पराओं और ज्ञान को अपना रहा है हमको भी अपने परम्पराओं से जुडऩा चाहिए तभी हमारा सर्वांगीण विकास होगा ।
राजेन्द्र तिवारी, श्रीमहन्त महाराजमणि शरण सनातन जी महाराज, ज्योतिशंकर , रमेश उपाध्याय, संजय पांडेय प्रदेश समन्वय गंगा सेवा अभियान, अनुराग द्विवेदी, प्रभात वर्मा, सुनील शुक्ल, हरिनाथ दुबे, सुनील उपाध्याय, यतीन्द्र नाथ चतुर्वेदी, सत्येंद्र मिश्र, आलोक भारद्वाज, पद्माकर पांडेय, शरद शुक्ल, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, किसन जायसवाल, सतीश अग्रहरि जी आदि सैकड़ों उपस्थित थे ।