सोमवार को हुई मारपीट की घटना के बाद सिंचाई विभाग में कर्मचारी-ठेकेदार आमने-सामने Varanasi news
सिंचाई विभाग में सोमवार को हुई मारपीट की घटना के बाद कर्मचारी एवं ठेकेदार आमने-सामने आ गए हैं।
वाराणसी, जेएनएन। सिंचाई विभाग में सोमवार को हुई मारपीट की घटना के बाद कर्मचारी एवं ठेकेदार आमने-सामने आ गए हैं। ठेकेदार ने विभाग के प्रधान सहायक (कैशियर) एवं उसके भाई सहित चार के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं कर्मचारियों ने ठेकेदार पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को थाने का घेराव किया। मांग किया कि कर्मचारी पर दर्ज मुकदमा वापस हो और मामले की उचित जांच कराई जाएं।
ठेकेदार दिनेश सिंह द्वारा मूसा खांड़ बांध प्रखंड, सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक कमलेश कुमार सिंह एवं उसके ठेकेदार भाई दिलावल सहित चार लोगों के खिलाफ मारपीट, लूट आदि का मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद बवाल बढ़ गया है। इसके जवाब में मंगलवार को कर्मचारियों ने कहा कि ठेकेदार ने फंसाने के लिए यह आरोप लगाए हैं। फिर बुधवार को मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन इरिगेशन डिपार्टमेंट संगठन की ओर से दर्जनों कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए सिगरा थाने पहुंचे गए। यहां पर थानाध्यक्ष को ज्ञापन सौंप कर ठेकेदार को ब्लैकमेलर व जालसाज बताया। आरोप लगाया है कि दिनेश सिंह ने कमलेश सिंह से धन वसूली के लिए मुकदमा दर्ज कराया है।
उधर, ठेकेदारों ने विभाग के कैंपस में बैठक की। आरोप लगाया कि कमलेश सिंह विगत 10 वर्षो से एक ही पटल पर जमे हुए हैं, जबकि नियम के अनुसार तीन वर्ष से अधिक एक पटल पर कोई नहीं रह सकता। यह भी आरोप लगाया कि आरोपित अपने मृतक मौसा की जगह मृतक आश्रित कोटे से नौकरी पाए हैं। ठेकेदारों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। ठेकेदार गिरिजेश सिंह ने बताया कि बैठक में दिनेश सिंह, योगेश सिंह, दीपक सिंह, अरुण पांडेय, विनय सिंह, रमेश तिवारी अमन तिवारी, अरविंद सिंह, अंशुमान सिंह आदि मौजूद थे।