पूर्वांचल में रखरखाव के अभाव में धान खरीद केंद्रों पर खुले में रखी धान की बोरियां बारिश में भीगीं
रात से ही जारी बारिश की वजह से कई जिलों में धान खरीद केंद्रों में खुले में रखे बोरे में रखे चावल पूरी तरह भींग गए।
वाराणसी, जेएनएन। मौसम का रुख बदलने के साथ ही अब किसानों पर भी असर पड़ने लगा है। रात से ही जारी बारिश की वजह से कई जिलों में धान खरीद केंद्रों में खुले में रखे बोरे में रखे चावल पूरी तरह भींग गए। भदोही जिले में धान क्रय केंद्र विपणन शाखा में रात भर हुई जोरदार बरसात में बोरे में धान की सैकड़ों बोरियां भीग गईं। मौसम का रुख ऐसा बदला कि पूर्वांचल में धान खरीद के बाद बोरे में खुले में रखी बाेरियां भीग गईं।
बीते माह एक नवंबर से ही पूर्वांचल में सरकारी तौर पर धान की खरीद शुरू हो चुकी थी। हालांकि इस बार देर से शुरू हुई धान की खरीद की वजह से धान की खरीद में तेजी दिसंबर माह की शुरुआत से ही आई। वहीं विभाग के रखरखाव का आलम यह था कि खुले में ही धान की बोरियां रख दी गईं जिसकी वजह से शीत और ओस के कारण धान नम होकर खराब भी हो रहे थे। अब बारिश में निचले इलाकों में धान रखे होने की वजह से लगभग आठ मिमी बारिश की वजह से काफी बुरी स्थिति में आ गए हैं।
सरकारी धान खरीद और उसके रखरखाव का आलम देखना हो तो भदोही जिले में धान क्रय केंद्र विपणन शाखा भदोही का ही नमूना देखा जा सकता है। यहां देर रात से शुरू हुई जोरदार बरसात की वजह से धान की खुले में रखी सैकड़ों बोरियां बारिश की वजह से भीग चुकी हैं। शु्क्रवार की दोपहर तक विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी के बीच भी धान की बोरियों को सुरक्षित जगहों पर नहीं पहुंचाया जा सका जिसकी वजह से धान की निचले स्थानों पर रखी बोरियां चार इंच तक भर आए बरसाती पानी में डूबी रहीं। पूर्वांचल के कई जिलों में बारिश की वजह से धान की बोरियां भीगने के बाद महकमे के रखरखाव की कलई खुल गई।