वाराणसी में कोरोना वायरस की संदिग्ध विदेशी महिला की रिपोर्ट निगेटिव, तीन साथी को भी भेजा घर
कोरोना वायरस (एनसीओवी-2019) की संदिग्ध महिला मरीज की रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद बीएचयू अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से उसे छुट्टी दे दी गई है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस corona virus (एनसीओवी-2019) की संदिग्ध महिला मरीज की रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद बीएचयू अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से उसे छुट्टी दे दी गई है। महिला पूरी तरह स्वस्थ है। वहीं उसके संपर्क में रहने के आधार पर भर्ती तीन अन्य युवतियों को संक्रमित न मानते हुए घर भेज दिया गया है। जबकि इटली से लौटे युवक को रिपोर्ट आने तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा।
बीएचयू अस्पताल में छह मार्च को अमेरिकी महिला गले में खराश की समस्या संग पहुंची थी। उसे संभावित लक्षणों के आधार पर सैंपल लेकर शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। महिला अपने 35 सदस्यीय दल के साथ चीन व रूस की यात्रा कर काशी प्रवास के लिए पहुंची थी। एमएस प्रो. एसके माथुर के मुताबिक इस संदर्भ में तत्काल स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया था। वहीं शनिवार को तीन अन्य युवती भी बीएचयू अस्पताल के ओपीडी में पहुंची, जिनमें से दो मऊ व एक गुजरात की थी। यह तीनों युवतियां अमेरिकी महिला के संपर्क में रही थीं। इन तीनों के साथ ही इटली से हाल ही में लौटे गाजीपुर निवासी युवक का सैंपल शनिवार को जांच के लिए भेजा गया। बीएचयू प्रशासन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार अमेरिकन युवती की प्रारंभिक रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसके आधार पर अन्य तीनों युवतियों को संभावित संक्रमित नहीं माना गया। शनिवार शाम चारों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वहीं इटली प्रवास से लौटे युवक को जांच रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा।
बीएचयू अस्पताल की मुकम्मल तैयारी
सर सुंदरलाल चिकित्सालय कोरोना वायरस के मरीजों को चिन्हित कर उनको अलग वार्ड में भर्ती कर विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक चिकित्सा करने के लिए तैयार है। कोरोना वायरस (एनसीओवी-2019) के संभावित मरीजों को चिन्हित करने के लिए अस्पताल के चिकित्सकों, अधिकारियों व नर्सिंग एवं पैरा-मेडिकल स्टाफ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
103 नंबर कमरे में लिया जा रहा नमूना
हाल ही में संक्रमित व्यक्ति या स्थान के संपर्क में आने वाले मरीजों के थ्रोट स्वैब जांच के लिए माइक्रोबायोलाजी विभाग, आइएमएस-बीएचयू के अधीन ओपीडी के कमरा संख्या 103 को नमूना संग्रह के लिए अलग से पटल बनाया गया है। यह 24 घंटे संचालित होगा। जांच नमूना देने के बाद मरीजों को नव-निर्मित शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स के छठवें तल पर स्थित आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा, जहां लक्षणों के आधार पर उपचार किया जाएगा।
इटली से लौटे युवक को अभी आब्जर्वेशन में रखा जाएगा
अमेरिकी महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। महिला संग उसके संपर्क में रही तीन अन्य युवतियों को छुट्टी दे दी गई है। वहीं इटली से लौटे युवक को अभी आब्जर्वेशन में रखा जाएगा।
- डा. वीबी सिंह, सीएमओ, वाराणसी ।