Vindhya Dham : यूपी के विंध्यधाम के जरिए धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को मिलेगा विस्तार, रोजगार-व्यापार के सुलभ होंगे अवसर
पहले नव्य-भव्य काशी विश्वनाथ और अब विंध्यधाम...। मां विंध्यवासिनी धाम का विकास धार्मिक पर्यटन को बूस्ट करेगा। वहीं योगी सरकार इसके जरिए धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को विकसित करने के साथ ही पूर्वांचल के विकास का खाका भी खींच रही है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पहले नव्य-भव्य काशी विश्वनाथ और अब विंध्यधाम...। मां विंध्यवासिनी धाम का विकास धार्मिक पर्यटन को बूस्ट करेगा। वहीं योगी सरकार इसके जरिए धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को विकसित करने के साथ ही पूर्वांचल के विकास का खाका भी खींच रही है। दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर मजबूती के साथ प्रदेश के पर्यटन स्थलों को लाने के लिए उसके विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं। योगी सरकार आस्था के सम्मान के साथ धार्मिक पर्यटन को विस्तार दे रही है। यूं कहें मंदिरों के उद्धार के स्वर्णिम काल की शुरूआत हो चुकी है।
योगी सरकार ने पहले से ही धार्मिक क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता पर रखा है और अयोध्या, काशी और मथुरा सहित अन्य धार्मिक स्थलों के विकास को तेजी बढ़ाया। अब आस्था केंद्र आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपने के अनुरूप विकास की नई इबारत लिखेगी। रोजगार-व्यापार के नए अवसर सुलभ होंगे। पर्यटन के लिहाज से विंध्यधाम के विकास के लिए 331 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
विंध्यधाम तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया
विंध्यवासिनी धाम आस्था का केंद्र होते हुए भी पर्यटन के लिहाज से उस मुकाम को हासिल नहीं कर पाया था, जो उसे करना चाहिए था। अब यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना बन गया है। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्यधाम का निर्माण निर्माण होने से यहां बेहतर सुविधाएं होंगी और विदेशी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी। योगी सरकार की मंशा है कि विंध्य क्षेत्र की पवित्रता को बनाए रखने के साथ इसे देश-दुनिया तक पहुंचाया जाए। विंध्य क्षेत्र को विश्व स्तर का पर्यटन स्थल बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयत्नशील है। इसके लिए विंध्यधाम तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। सरकार ने विंध्यधाम तीर्थ विकास परिषद को विकास के लिए तीन करोड़ 50 लाख रुपये दिया है।
ऐतिहासिक, आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक रूप से समृद्ध है विंध्यधाम
प्राकृतिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक विरासत के लिहाज से विंध्य क्षेत्र समृद्ध है। इन सारे क्षेत्रों में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। ये स्थल देश-दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे। वहीं विंध्य कारिडोर मां विंध्यवासिनी की महिमा का अहसास कराएगा।
मुख्यमंत्री ने छह माह के अंदर विंध्यधाम का विकास कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार के विस्तार को नया आयाम मिलेगा।
- नवीन कुमार सिंह, सहायक पर्यटन अधिकारी