बाल-दाढ़ी काटने से पहले ग्राहकों का रजिस्ट्रेशन, शरीर का तापमान ठीक होने पर ही सैलून में प्रवेश
कोरोना संक्रमण दिनोंदिन फैलता जा रहा है। ऐसे में दुकानदार भले ही सतर्कता न बरत रहे हों लेकिन सैलून संचालक पूरी तरह से अलर्ट हो गए हैं।
चंदौली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण दिनोंदिन फैलता जा रहा है। ऐसे में दुकानदार भले ही सतर्कता न बरत रहे हों, लेकिन सैलून संचालक पूरी तरह से अलर्ट हो गए हैं। बाल-दाढ़ी काटने से पहले ग्राहकों का बाकायदा रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। वहीं बाहर ही थर्मल स्कैनिंग व ग्राहकों का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। शरीर का तापमान सामान्य होने पर ही सैलून के अंदर प्रवेश की अनुमति मिल रही है।
संक्रमण फैलने के लिए सैलून को बड़ा कारक माना जा रहा है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान सैलूनों पर ताला लटक गया था। अनलॉक में कोविड मानकों की शर्तों के अनुसार सैलून खोलने की हिदायत दी गई थी। ऐसे में कई सैलूनों पर अभी तक ताला लटक रहा है। जबकि मुख्यालय स्थित कुछ प्रमुख सैलून खुले हैं। लेकिन यहां बाल व दाढ़ी कटवाना आसान नहीं है।
क्या हैं इंतजाम
सैलून के बाहर ही लोगों को रोक दिया जा रहा है। सैलून संचालकों ने थर्मल स्कैनर खरीदा है। इसके लिए लोगों का तापमान माप रहे हैं। वहीं बाकायदा रजिस्टर में नाम, पता, मोबाइल नंबर व तापमान नोट किया जा रहा है। इसके बाद अंदर जाने की अनुमति मिल रही है। बाल काटने के दौरान कोशिश की जा रही है कि साफ तौलिया का इस्तेमाल किया जाए। वहीं सैलून को साफ रखा जाए। ताकि संक्रमण फैलने की कोई गुंजाइश न रहे।
क्या कहते हैं सैलून संचालक
अजय ग्रीन सिटी सैलून के संचालक अजय शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। शरीर का तापमान सामान्य होने पर ही लोगों को अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा है। महामारी के दौर में किसी तरह का खतरा मोल नहीं लिया जा सकता है।
रेलवे अस्पताल को किया सैनिटाइज
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गया जंक्शन के रेलवे अस्पताल एवं इंस्पेक्टर कालोनी में मंगलवार को कीटनाशक का छिड़काव कर सैनिटाइज किया गया। मंडल द्वारा कोरोना संक्रमण से रेलकर्मियों व उनके परिजनों के बचाव के लिए कार्यालयों व रेलवे कालोनियों में निरंतर कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है। गया के अस्पताल में हर कक्ष को सैनिटाइज किया गया। दीवार, खिड़की व गेट पर भी छिड़काव हुआ।