परिवहन कार्यालय में चोरी के पंजीकृत 25 ट्रकों का पंजीयन निरस्त, जांच में कई दस्तावेज निकला फर्जी
परिवहन कार्यालय में चोरी के पंजीकृत हुए 25 ट्रकों का सोमवार को पंजीयन निरस्त कर दिया गया। जांच में पंजीकृत सभी ट्रकों के पेपर फर्जी निकले।
वाराणसी, जेएनएन। परिवहन कार्यालय में चोरी के पंजीकृत हुए 25 ट्रकों का सोमवार को पंजीयन निरस्त कर दिया गया। जांच में पंजीकृत सभी ट्रकों के पेपर फर्जी निकले। ट्रक का सेल लेटर, इंश्योरेंस, फार्म-22 तथा बैंक का नाम और पता भी फर्जी है। परिवहन विभाग की ओर से पंजीयन कराने वालों को भेजी गई नोटिस के स्थान और नाम दोनों नहीं मिले। ऐसे में अब परिवहन विभाग ट्रकों का पंजीयन कराने वालों के साथ उस गिरोह के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराएगा, जिससे पूरे मामले से पर्दा उठ सके। दैनिक जागरण ने 25 दिसंबर 2019 के अंक में 'चेचिस व इंजन नंबर एक, गाड़ी नंबर अलग खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। तभी से परिवहन कार्यालय में अफरा-तफरी मची है।
चोरी के ट्रक का परिवहन कार्यालय में पंजीयन कराने वाले गिरोह इस काम में इतने माहिर है कि उन्होंने कंपनी की ओर से जारी सेल लेटर और फार्म-22 हूबहू बनाया था। उन्होंने ट्रक को एक बैंक से फाइनेंस भी दिखाया है लेकिन जिस स्थान पर बैंक को दिखाया हैं वहां वे बैंक हैं ही नहीं। उसके साथ लगे इंश्योरेंस के पेपर भी फर्जी हैं लेकिन परिवहन विभाग इसे पकड़ नहीं सका। ऐसे में सवाल उठना स्वभाविक है कि क्या पंजीयन करने के दौरान अधिकारी और कर्मचारी पेपर को नहीं चेक करते हैं। उन्होंने ट्रक का स्थलीय निरीक्षण किया या नहीं, यह तो जांच का विषय है। इससे साफ जाहिर है कि चोरी के गाडिय़ों का पंजीयन कराने वाले गिरोह के लोग विभाग के काफी नजदीक है। उन्हें मालूम है कि चोरी या गलत वाहनों का पंजीयन कैसे कराना है। इस बारे में आरटी हरिशंकर सिंह ने कहा कि चोरी के ट्रकों का पंजीयन कैसे हो गया, यह तो जांच का विषय है। जांच में मिले 25 चोरी के ट्रकों का पंजीयन निरस्त करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। थाने पर तहरीर भेज दी गई है।