BHU के छात्रों की वेबसाइट पर पंजीकरण कराइए, लॉकडाउन में जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाइए
कोरोना से जंग के क्रम में लॉकडाउन का पालन करते हुए सरकार के सहयोग में नागरिक लगे हैं ऐसे में आइआइटी-बीएचयू के छात्रों ने डोनेट फूड वेबसाइट बनाई है।
वाराणसी [मुहम्मद रईस]। लॉकडाउन में मध्य व निम्न आय वालों की मानो कमर ही टूट गई है। भोजन और राहत सामग्री के लिए वे दूसरों पर निर्भर हैं। कोरोना से जंग के क्रम में लॉकडाउन का पालन करते हुए सरकार के सहयोग में नागरिक लगे हैं, मगर सब तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। इनकी मदद को सरकारी व निजी संस्थाएं अपने स्तर से कोशिश कर रहीं हैं, लेकिन सुनियोजित न होने से भोजन व जरूरत की वस्तुओं का ठीक से वितरण नहीं हो पा रहा। इस समस्या को हल करने को आइआइटी-बीएचयू के छात्रों ने 'डोनेट फूड' वेबसाइट बनाई है। वेबसाइट बनाने वाले हर्षित पांडेय ने बताया कि भोजन की बर्बादी रोकने व जरूरतमंदों तक सही तरीके से पहुंचाने को वेबसाइट बनाने का ख्याल आया। वेबसाइट बनाने का उद्देश्य भोजन वितरण में लगे एनजीओ को प्लेटफार्म पर लाना है, ताकि समन्वय बनाकर जरूरतमंदों तक समान रूप से भोजन पहुंचा सकें।
इस तरह कर सकते हैं मदद
स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ ही आमजन वेबसाइट पर पंजीयन कराकर जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा सकते हैं। इसके लिए पिनकोड डालने के बाद अपने क्षेत्र का विवरण व मोबाइल नंबर फीड करना होगा। भोजन वितरण के लिए तीन स्लॉट सुबह, दोपहर व रात बनाया गया है। अपनी सहूलियत के मुताबिक कोई भी व्यक्ति समय चुनकर पंजीयन करा सकता है।
संस्थाओं में ऐसे बनेगा समन्वय
यदि कोई व्यक्ति लंका क्षेत्र में रहता है और भोजन देने के लिए उसने दोपहर या रात का स्लॉट बुक किया है तो तय समय पर उस क्षेत्र में भोजन वितरण करने वाला एनजीओ संबंधित व्यक्ति से संपर्क साधकर भोजन संग्रह करने के बाद जरूरतमंदों में वितरित करेगा। इससे भोजन वितरण की अनियमितता पर अंकुश संग जरूरतमंदों में घर का ताजा खाना पहुंचाया जा सकेगा।
हैकाथॉन में करेंगे आवेदन
हर्षित ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान आइआइटी संस्थानों के लिए सरकार ने हैकाथॉन का आयोजन किया है। कोरोना के मद्देनजर छात्रों से विचार आमंत्रित किए हैं। संस्थान के वैभव चौधरी एसआरएम -चेन्नई के आयुष खरकिया के सहयोग से विकसित वेबसाइट को जल्द ही हैकाथॉन में भी पंजीकृत कराया जाएगा।