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आठ माह बाद नगरीय निकायों को मिला कर वसूली का लक्ष्य, बड़े बकाएदारों की सूची तैयार करने को कहा

वित्तीय वर्ष 2019-20 का आठ महीना बीतने के बाद अब नगरीय निकायों को कर वसूली का लक्ष्य मिला है। यह लक्ष्य तब मिला है जब वित्तीय वर्ष के केवल चार महीने ही बचे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 11:48 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 12:31 PM (IST)
आठ माह बाद नगरीय निकायों को मिला कर वसूली का लक्ष्य, बड़े बकाएदारों की सूची तैयार करने को कहा
आठ माह बाद नगरीय निकायों को मिला कर वसूली का लक्ष्य, बड़े बकाएदारों की सूची तैयार करने को कहा

वाराणसी, जेएनएन। वित्तीय वर्ष 2019-20 का आठ महीना बीतने के बाद अब नगरीय निकायों को कर वसूली का लक्ष्य मिला है। यह लक्ष्य तब मिला है जब वित्तीय वर्ष के केवल चार महीने ही बचे हैं। सरकार ने नगरीय निकायों को माहवार लक्ष्य का प्रतिशत भी दे रखा है। इसके अनुसार नवंबर तक नगरीय निकायों में निर्धारित लक्ष्य का 60 फीसद कर वसूली हो जानी चाहिए थी। वाराणसी नगर निगम को इस बार 12222.99 लाख का लक्ष्य दिया गया है। पिछले वर्ष यह लक्ष्य 7933.06 लाख का था। उधर नगर आयुक्त गौरांग राठी ने जोनल अधिकारियों से बड़े बकाएदारों की सूची तैयार कर गृहकर वसूली तेज करने को कहा है। 

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नगरीय निकाय अपने यहां राजस्व वसूली हर महीने करें, इसके लिए माहवार लक्ष्य प्रतिशत निर्धारित किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि नगरीय निकायों पर राजस्व वसूली का बोझ न पड़े। इसके अनुसार अप्रैल में पांच, मई में 10, जून में 15, जुलाई में 20, अगस्त में 30, सितंबर में 40, अक्टूबर में 50, नवंबर में 60, दिसंबर में 70, जनवरी में 80, फरवरी में 90 व मार्च में 100 फीसद कर की वसूली होनी है। 

सरकार हर साल नगरीय निकायों को राजस्व वसूली का नया लक्ष्य देती है। यह लक्ष्य नगरीय निकायों के पिछले वर्ष के प्रदर्शन को देखकर घटाया या बढ़ाया जाता है। इस बार लक्ष्य निर्धारित करने में ही सरकार का आठ महीने का वक्त बीत गया। स्थानीय निकाय निदेशक डा. काजल ने इसे अब सभी निकायों को भेजा है। इसी के अनुसार वसूली करने के निर्देश दिए गए हैं। 

जब अपनों की नहीं सुनते तो आम जनता की क्या कहें

नगर निगम प्रशासन शिकायतों के निस्तारण के लिए लाख उपाय कर ले लेकिन जब तक जिम्मेदार लोग उसे क्रियान्वित नहीं करेंगे तो कुछ भी होने वाला नहीं है। ऐसा ही एक मामला है नगर निगम मुख्यालय के पीछे रक्षक बैरक की जलापूर्ति लाइन के लीकेज का। नगर निगम के रक्षक कल्पनाथ सिंह ने दो महीना पहले जलापूर्ति लाइन में लीकेज की लिखित शिकायत जल कल में लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जल कल के महाप्रबंधक से भी इसकी फिर भी कुछ नहीं हुआ। कुछ दिन पहले उन्होंने महापौर मृदुला जायसवाल से इसकी शिकायत की है। एक सप्ताह हो गए लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। अब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चों ने लीकेज के गड्ढे को ढंक दिया है। स्थिति यह है कि लीकेज के कारण रक्षकों को तो दिक्कत होती ही है उनके परिवार के बच्चों को भी आने जाने में दिक्कत होती है। 

गृहकर जमा करने में छूट आज तक

नगर निगम प्रशासन की ओर से गृहकर जमा करने में दी जा रही 10 फीसद छूट की आज अंतिम तिथि है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने गृहकर जमा कर भवन स्वामियों से छूट का लाभ लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि भवन स्वामी नगर निगम की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एनएनवीएनएस.ओआरजी के माध्यम से ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। इसके अलावा घर घर जाकर कर लेने वालों के माध्यम से भी जमा कर सकते हैं। गौरतलब है कि महापौर मृदुला जायसवाल ने 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक गृहकर करने वालों के लिए 10 फीसद छूट की घोषणा की थी। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारियों से सभी बड़े बकाएदारों की सूची तैयार करने को कहा है। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया है। उन्होंने बताया कि छूट की अवधि समाप्त होते ही बड़े बकाएदारों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। 


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