वाराणसी में रथयात्रा : भगवान जगन्नाथ पहुंचे असि स्थित अपने धाम, भक्तों ने किया दर्शन अभिराम
काशी का लक्खा मेला रथयात्रा का समापन हो गया। परंपरानुसार सोमवार की सुबह नाथों के नाथ जगन्नाथ के अपने धाम प्रस्थान कर गए। भगवान तीन दिन के भ्रमण के बाद अपने धाम पहुंचे तो पलक पावड़े बिछाए प्रतीक्षारत भक्तगण भाव विह्वल हो गए।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : काशी का लक्खा मेला रथयात्रा का समापन हो गया। परंपरानुसार सोमवार की सुबह नाथों के नाथ जगन्नाथ के अपने धाम प्रस्थान कर गए। भगवान तीन दिन के भ्रमण के बाद अपने धाम पहुंचे तो पलक पावड़े बिछाए प्रतीक्षारत भक्तगण भाव विह्वल हो गए। कार से धम पहुंचे प्रभु तो रथ सिगरा स्थित शहीद उद्यान में रखा गया।
धाम में भक्तों ने अपने देव की स्तुति व पूजन कर आरती की। भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण किया और कृतकृत्य हो गए। इस धार्मिक व लोक परंपरा को बखूबी निभाया गया। रथयात्रा में तीन दिवसीय मेला भोर के बाद समाप्त हो गया। भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के काष्ठ विग्रहों को भोर में पूजन-आरती के बाद रथ से उतार कर कार में विराजमान कराया गया। फिर उन्हें असि स्थित जगन्नाथ मंदिर में पूजन- विधान के अनुसार पुनर्प्रतिष्ठित कराया गया। आरती के पश्चात विग्रहों का दर्शन-पूजन शुरू हो गया जो दोपहर 12 बजे तक और फिर तीन बजे से रात नौ बजे तक चला। मंदिर में अपने प्रभु विग्रहों का दर्शन प्राप्तकर स्थानीय भक्त भाव विह्वल हो गए। प्रभु की जयकार से मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया था। ट्रस्ट श्री जगन्नाथ जी के अध्यक्ष आलोक शापुरी और दीपक शापुरी के अनुसार भगवान के रथ को पूजन के बाद खींचकर सिगरा स्थित शहीद उद्यान पहुंचाया गया।
शिवपुर के प्रसिद्ध रथयात्रा मेला में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
शिवपुर के प्रसिद्ध रथयात्रा मेला का आयोजन रथयात्रा मेला समिति के सहयोग से सोमवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया। मेला में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा रथ पर विराजमान होकर लोगों को दर्शन दिए। प्रभु के दर्शन हेतु भारी संख्या में श्रद्धालु कतार में खड़े होकर हाथों में फूल माला लिए दर्शन करते नजर आए। इस अवसर पर रथयात्रा मेला समिति के संरक्षक व व्यवस्थापक डॉ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष गौरी शंकर मिश्र ने मेला समिति के सदस्यों के साथ मेला को सकुशल संपन्न कराने में लगे रहे। ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सैकड़ों वर्षो से मेला का आयोजन होता आया है एक दिवसीय मेला सायंकाल 5:00 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 12:00 बजे आरती के बाद संपन्न होता है।
इस मेले में शिवपुर व आसपास इलाकों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में आकर भगवान का दर्शन किये और मेले में झूले, नान खटाई व चाट का लुप्त उठाया। मेला का शुभारंभ 5:00 बजे मुख्य अतिथि रितू गर्ग (प्रमुख समाज सेवी) एवं विशिष्ट अतिथि डॉ मनीष सिंह द्वारा किया गया। मेला को संपन्न बनाने में समस्त मेला समिति के सदस्य व शिवपुर पुलिस फोर्स के साथ मेला चक्रमण करते रहे।
मेला संपन्न कराने में मुख्य रूप से समिति के ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह डीडी, नवीन प्रधान, अतुलेश उपाध्याय ,अखिलेश, कृष्णा शर्मा, संतोष मिश्रा, गौरव सिंह, सोनू यादव
राजनाथ मौर्य, दिनेश गुप्ता गुरुदेव, अनिल मिश्र, पृथ्वीनाथ शर्मा, बृजेश चौबे, विपिन सिंह, विजय सिंह, नारायण केसरी, आदित्य मौर्य, अनिल मौर्य , गुलाब शंकर मौर्य, रामभरोस, जमुना सेठ, नितेश सिंह, राजेश,रोहित मौर्य, इन्दू भूषण पाठक, कमलेश झां, व समिति के अन्य सदस्य समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु गढ़ मौजूद रहे उपस्थित रहेl