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रण क्षेत्र था उभ्‍भा, बनारस में दहकी राजनीति, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के गिरफ्तार होने पर कार्यकर्ता नाराज

प्रतापगढ़ होते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ज्यों ही वाराणसी-भदोही के बार्ड गोपीगंज में पहुंचे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 08:25 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 08:25 PM (IST)
रण क्षेत्र था उभ्‍भा, बनारस में दहकी राजनीति, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के गिरफ्तार होने पर कार्यकर्ता नाराज
रण क्षेत्र था उभ्‍भा, बनारस में दहकी राजनीति, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के गिरफ्तार होने पर कार्यकर्ता नाराज

वाराणसी, जेएनएन। ठीक एक वर्ष पहले की बात है जब सोनभद्र के उभ्‍भा में एक जमीन के टुकड़े को लेकर जमकर गोलियां चलीं। कई आदिवासी मारे गए। इसको लेकर केंद्र से लेकर प्रदेश भर में राजनीति गरमा गई। कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तक बनारस से होते हुए वाया मीरजापुर सोनभद्र जाने लगीं लेकिन रास्ते में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और दो दिन चले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मामले में थोड़ी नरमी आई।

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इस मामले में बड़ी बढ़त लेने का दावा करने वाली कांग्रेस एक बारगी फिर गुरुवार को उसी तेवर में नजर आई। मामला भले एक वर्ष पुराना था लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की रणनीति पर चलते हुए कार्यकर्ताओं उस नरसंहार की यादों को फिर से ताजा कर दिया। हालात ऐसे बने कि रण क्षेत्र भले ही सोनभद्र जिले का उभ्‍भा था लेकिन बनारस में जमकर राजनीति दहकी। सुबह से ही खुफिया विभाग अलर्ट मोड में थी तो उसकी सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने भी घेरेबंदी कर दी। प्रतापगढ़ होते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ज्यों ही वाराणसी-भदोही के बार्ड गोपीगंज में पहुंचे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी जानकारी होते ही रोहनिया थाना क्षेत्र स्थित मोहनसराय में इंतजार कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हो गए। नारेबाजी करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय तथा पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्र के नेतृत्व में उम्भा के लिए काफिले के रूप में निकल पड़े। हालांकि, पुलिस उनको ज्यादा दूर नहीं जाने दी। मीरजापुर के नारायनपुर में टोल प्लाजा के पास रोक लिया गया जहां, पुलिस व कांग्रेसजनों में जमकर धक्कामुक्की हुई। बावजूद इसके जब आगे नहीं बढ़ सके तो द्वय नेताओं के नेतृत्व में सड़क पर ही बैठकर धरना देने लगे। पुलिस ने पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद के साथ ही महासचिव विश्व विजय सिंह, जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, डा. जितेंद्र सेठ आदि गिरफ्तार कर लिए गए। दोपहर करीब तीन बजे जब कार्यकर्ता रिहा हुए तो भदोही का रुख कर लिए जहां सीतामढ़ी गेस्ट हाउस में गिरफ्तार कर रखे गए प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की। शाम करीब छह बजे प्रदेश अध्यक्ष को भी रिहा कर दिया गया तो मौके पर ही उम्भा में मारे गए आदिवासियों को श्रद्धाजंलि दी गई।   


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